Protest Against Waqf Board: तमिलनाडु सरकार पर किसानों की जमीन वक्फ बोर्ड को देने का आरोप, जानें क्या बोले प्रदर्शनकारी
Tamil Nadu News: तमिनाडु के आर्कोट में जमीन हड़पने के मुद्दे पर राज्य वक्फ बोर्ड और डीएमके सरकार के खिलाफ ग्रामीणों ने एक हिंदूवादी संगठन के नेतृत्व में प्रदर्शन किया.
Protest Against Waqf Board and DMK Govt in Tamil Nadu: तमिलनाडु के रानीपेट जिले के आर्कोट (Arcot) में मंगलवार (14 फरवरी) को ग्रामीणों ने राज्य वक्फ बोर्ड (Waqf Board) पर जमीन हड़पने का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया. यह विरोध प्रदर्शन हिंदूवादी संगठन हिंदू मन्नणि (Hindu Munnani) के कार्यकर्ताओं के नेतृत्व में किया गया. प्रदर्शकारियों ने आरोप लगाया कि राज्य वक्फ बोर्ड ने 57 एकड़ जमीन के मालिकाना हक का दावा किया है.
हिंदू मन्नणि का डीएमके सरकार पर आरोप
न्यूज वेबसाइट इंडिया टुडे की खबर के मुताबिक, हिंदू मन्नणि काडर की अगुवाई में प्रदर्शनकारियों ने डीएमके सरकार पर हिंदू किसानों की जमीन वक्फ बोर्ड को देने का आरोप लगाया. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि वक्फ बोर्ड डीएमके के मंत्री आर गांधी की मदद से हिंदुओं की जमीन को निशाना बना रहा है.
'पहले कागज फर्जी बताए फिर रद्द कर दिए'
रिपोर्ट के मुताबिक, रमेश नाम के एक स्थानीय शख्स ने बताया कि इसी क्षेत्र में उसकी जमीन है लेकिन अधिकारियों ने उसके दस्तावेज फर्जी बताए और उसके एक दिन बाद जमीन के कागज रद्द कर दिए. शख्स ने कहा कि उसके पिता ने 1980 में जमीन तीन एकड़ जमीन खरीदी थी और परिवार तब से संपत्ति टैक्स का भुगतान करता आ रहा है.
'आत्मदाह करने जिला कलेक्टर के कार्यालय गया था'
रमेश ने कहा, ''मैं आत्मदाह करने के लिए जिला कलेक्टर के कार्यालय गया लेकिन उन्होंने मुझे रोक दिया. यह जमीन मेरे 11 लोगों के परिवार के लिए आय का जरिया है. मैंने एक रात में कागज रद्द होने के बारे में कभी नहीं सुना. उन्होंने 19 दिसंबर को मुझे जांच के लिए दस्तावेजों के साथ बुलाया और 21 तारीख को कलेक्टर ने मुझे बताया कि पार्टी बदल दी गई है और मेरे कागज फर्जी हैं.''
इस बीच अथूर में मुस्लिम समुदाय ने एक बैठक की और विवादित जमीन को आवंटित नहीं करने का प्रस्ताव पारित किया.