तमिलनाडु में हाल ही में हुए शहरी स्थानीय निकाय चुनाव के नतीजे सामने आ रहे हैं. जिसमें सत्तारूढ़ द्रमुक पार्टी (DMK) को बड़ी जीत मिलती हुई नजर आ रही है. मुख्यमंत्री एमके स्टालिन की पार्टी के लिए इसे एक बड़ी कामयाबी की तरह माना जा रहा है. क्योंकि काफी सालों के बाद स्थानीय चुनावों में डीएमके का ऐसा प्रदर्शन देखने को मिल रहा है.
नतीजों के बाद डीएमके मना रही जश्न
तमिलनाडु राज्य चुनाव आयोग के अनुसार, राज्य के कुल 1,374 निगम वार्ड में से, द्रमुक (DMK) ने अब तक सबसे ज्यादा 289 सीट, मुख्य विपक्षी दल अन्नाद्रमुक (AIADMK) ने 49 सीटें, डीएमके की सहयोगी सीपीआई(एम) ने 11 सीटें और बीजेपी ने 3 सीटों पर जीत दर्ज की है. नतीजों को देखते हुए सत्ताधारी डीएमके नेताओं ने जश्न मनाना भी शुरू कर दिया है. साथ ही पार्टी इसे स्टालिन के पिछले 9 महीने का रिपोर्ट कार्ड भी बता रहे हैं.
नगर पालिकाओं में कुल वार्ड सदस्य सीटें 3,843 हैं, जिनमें, द्रमुक (DMK) ने 1211, अन्नाद्रमुक ने 320, कांग्रेस ने 80, सीपीआई ने 10, सीपीएम ने 24 और बीजेपी ने 29 सीटों पर जीत हासिल की है. नगर पंचायतों में, डीएमके ने 3782, एआईएडीएमके ने 1070, कांग्रेस ने 258, बीजेपी ने 132 और सीपीएम ने 58 वार्ड में जीत हासिल की है.
बीजेपी ने लगाए डीएमके पर आरोप
स्थानीय चुनाव के नतीजों के साथ ही आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो चुका है. बीजेपी ने डीएमके पर चुनाव को लेकर कई आरोप लगाए हैं. स्टेट बीजेपी चीफ के अन्नामलाई ने कहा कि, जिस तरह से डीएमके ने ये स्थानीय निकाय चुनाव कराए वो शर्मनाक है. ये ताकत का गलत इस्तेमाल है. जिसके जरिए हिंसा का सहारा लिया गया. आज बीजेपी इसे लेकर मद्रास हाईकोर्ट में याचिका दायर करने जा रही है. जिसमें चुनाव को लेकर सभी शिकायतें दर्ज होंगीं. साथ ही कुछ पोलिंग बूथों पर दोबारा चुनाव कराने की मांग की जाएगी.
बता दें कि तमिलनाडु में शहरी निकाय चुनाव के लिए 19 फरवरी को मतदान हुआ था. जिसके बाद राज्य में 200 से अधिक केन्द्रों पर मंगलवार 22 फरवरी की सुबह आठ बजे मतगणना शुरू की गई.