Senthamizhan Seeman Tamil Nadu: तमिलनाडु में इनदिनों बिहारी मजदूरों की कथित तौर पर पिटाई के मामलों को लेकर राजनीति गरमाई हुई है. इसे अभिनेता से राजनेता बने 'नाम तमिझर काची' (एनटीके) के नेता सेंथमीजान सीमन (Senthamizhan Seeman) ने हवा देने का काम किया है. उनके एक बयान के बाद से इस मुद्दे पर राजनीति और ज्यादा बढ़ गई है. दरअसल, सीमन पर हिंदीभाषियों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने का आरोप है. चलिए आपको बताते हैं कौन हैं एस सीमन.
सेंथमीलन सीमन एक भारतीय नेता और फिल्म निर्माता हैं. राजनीति में आने के बाद से ही तमिलों के लिए वोट बैंक के निर्माण के हिमायती रहे हैं. उन्होंने 1990 में एक फिल्म निर्माता के रूप में अपना कैरियर शुरू किया था. हालांकि, शुरुआत में उन्हें काफी विफलता मिली थी. इसके बाद 2010 की शुरुआत में सीमन ने एक तमिल राष्ट्रवादी राजनीतिक पार्टी शुरू की और तब से अक्सर सामाजिक मुद्दों पर अपने विवादास्पद बयानों के लिए चर्चा में रहे हैं.
दो बार हिरासत में जा चुके हैं सीमन
सीमन को लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (Liberation Tigers of Tamil Eelam) का समर्थन करने के लिए कई बार धमकी भरे पत्र भी मिले हैं. इसके अलावा उन्हें लिट्टे के पक्ष में बोलने और श्रीलंकाई नौसेना की तरफ से एक तमिल मछुआरे की हत्या के विरोध में भड़काऊ भाषण देने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के तहत दो बार हिरासत में लिया जा चुका है. साल 2011 में वेल्लोर जेल में पांच महीने की नजरबंदी से रिहा होने के बाद उन्होंने कांग्रेस पार्टी की हार के लिए काफी प्रचार किया था.
हिंदी भाषी समुदाय के खिलाफ क्या बोले सीमन
इससे पहले कई बार उनपर घृणा से भरे भाषण देने के आरोप लगते रहे हैं. उन्हें टोरंटो में एक कार्यक्रम में भी विवादित भाषण देने के लिए गिरफ्तार किया गया था. वह हमेशा तमिल में बाहरी लोगों का विरोध करते रहे हैं. इस बार सीमन ने 13 फरवरी को पश्चिमी शहर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए हिंदी भाषी समुदाय के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की थी. वायरल वीडियो में सीमन कह रहे हैं कि वह हिंदी बोलने वालों को पीटेंगे और वे (हिंदीभाषी) अपना बैग पैक करके एक सप्ताह के भीतर तमिलनाडु से भाग जाएंगे.
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