तमिलनाडु की दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री जे जयललिता और उनके राजनीतिक गुरु एमजी रामचंद्रन को समर्पित एक मंदिर का उद्घाटन आज मुख्यमंत्री ई पलानीस्वामी मदुरई में करेंगे. राज्य में जल्द होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले ये कार्यक्रम होने जा रहा है. गौरतलब है की अन्नाद्रमुक प्रमुख जयललिता की मृत्यु के बाद ये राज्य का पहला विधानसभा चुनाव है.


50 लाख की लागत से बना है मंदिर 


तमिलनाडु के राजस्व मंत्री आरबी उधयकुमार की देख रेख में इस मंदिर का निर्माण किया गया है. उधयकुमार को जयललिता ने ही पहली बार कैबिनेट मंत्री के तौर पर अपनी सरकार में शामिल किया था. मदुरई के तलूपट्टी इलाके में डेढ़ एकड़ जमीन पर 50 लाख रुपए के लागत से इस मंदिर का निर्माण किया गया है. मंदिर में दोनों नेताओं की कांसे की प्रतिमायें स्थापित की गयी हैं. उधयकुमार ने कहा, "हम अपनी अम्मा (जे जयललिता) को देवी के कई नामों से पुकारते हैं. जैसे ईध्या थेवम (दिलों की देवी), कवल थेवम (संरक्षक देवी) और कुलसमी (हमारे जनजाति की देवी). इस मंदिर को स्थापित कर हमने उनके प्रति अपने इस सम्मान को मूर्त रूप दिया है."


आने वाले चुनाव नहीं हैं इस कार्यक्रम की वजह- राजस्व मंत्री



फाइल फोटो

टीओआई में छपी इस खबर के मुताबिक राजस्व मंत्री आरबी उधयकुमार ने इस बात को नकार दिया कि, राज्य में कुछ महीनों में होने वाले चुनाव की वजह से इस मंदिर का उद्घाटन किया जा रहा है. उन्होंने कहा, "एमजी रामचंद्रन और जयललिता दोनों ने ही राज्य और यहां की जनता के लिए बहुत त्याग किया है. हम सभी उन्हें भगवान और देवी के रूप में मानते हैं."


5 दिसंबर 2016  को हुआ था निधन


बता दें कि जयललिता ने 5 दिसंबर 2016 को इस दुनिया से अलविदा कह दिया था. जयललिता ने अपने करियर की शुरूआत तमिल फिल्मों में एक्टिंग से की थी. उसके बाद वह राजनीति में आ गई थीं. जयललिता तमिलनाडु की 5 बार मुख्यमंत्री रह चुकी थीं. हालांकि इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि अन्नाद्रमुक पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव जीतने के लिए अपनी सर्वप्रिय नेता जयललिता की विरासत को पुनर्जीवित करने की पूरी कोशिश कर रही है. इस हफ्ते की शुरुआत में ही मुख्यमंत्री ई पलानीस्वामी ने 79 करोड़ रुपये की लागत से बने जयललिता के फीनिक्स के आकार के स्मारक का उद्घाटन किया था. राज्य सरकार ने उनके पोएस गार्डन निवास को भी स्मारक घोषित कर दिया है.


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