AIADMK में बगावत- सीएम पन्नीरसेल्वम ने जयललिता की मौत की जांच के आदेश दिए
चेन्नई: क्या जयललिता की पार्टी टूट जाएगी ? आज सबसे बड़ा सवाल यही है. जिस पन्नीसेल्वम को जयललिता ने मुख्यमंत्री बनाया था उसी पन्नीरसेल्वम नें मुख्यमंत्री बनने जा रही शशिकला के खिलाफ बगावत कर दी है. पार्टी दो गुटों में बंट गई है, इसका असर सड़क पर भी दिख रहा है. पन्नीरसेल्वम के घर के बाहर जो अम्ना और चिनम्मा के पोस्टर लगे थे उनमें चिनम्मा यानी शशिकला के पोस्टर फाड़ दिए गए हैं.
LIVE UPDATES-
- AIADMK के 130 विधायकों को बस से चेन्नई के एक 5 स्टार होटल ले जाया गया. बीती रात ओ पन्नीरसेल्वम ने की थी शशिकला के सीएम बनने का विरोध.
-
- विधायकों बैठक करने के लिए पार्टी हेडकवार्टर पहुंची शशिकला
#SasikalaNatarajan has reached party headquarter in Chennai for #AIADMK MLAs meeting. pic.twitter.com/3UxXa0a0DP — ANI (@ANI_news) February 8, 2017
- पन्नीरसेल्वम ने जयललिता की मौत की जांच के आदेश दे दिए हैं. जांच कमीशन की अध्यक्षता एक रिटायर्ड जज करेंगे.
- पन्नीरसेल्वम ने कहा कि मैंने पार्टी को धोखा नहीं दिया है.
- केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने तमिलनाडु के राजनीतिक हालात पर कहा है कि तमिलनाडु के राज्यपाल राज्य के राजनीतिक हालात पर नजर बनाए हुए हैं. वो हालात की हर पहलू से समीक्षा कर रहे हैं और वो सही फैसला करेंगे.
- थोड़ी देर में पन्नीरसेल्वम प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले हैं, वहीं दूसरी तरफ शशिकला ने विधायकों की बैठक बुलाई है.
- एआईडीएमके के दफ्तर के बाहर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है.
Visuals from #AIADMK Headquarter in #Chennai pic.twitter.com/EHx6zLQJjc — ANI (@ANI_news) February 8, 2017
AIADMK में फूट: शशिकला के करीबी बोले- ‘बगावत के पीछे DMK’, कांग्रेस ने मोदी सरकार पर उठाए सवाल
मुझे इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया गया- पन्नीरसेलवम
जयललिता की समाधि पर चालीस मिनट तक ध्यान लगाने के बाद पन्नीरसेलवम ने मीडिया के सामने आकर जो कहा उसने तमिलनाडु की राजनीति में भूचाल पैदा कर दिया. पन्नीरसेलवम ने कहा, ‘’ मैंने इस्तीफा इसलिए दिया क्योंकि मुझे इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया गया. मुझे लगातार अपमानित किया जा रहा था.’’
जानें- जयललिता के निधन के बाद तमिलनाडु की राजनीति में क्या है शशिकला की अहमियत
समर्थक चाहेंगे तो इस्तीफा वापस ले लूंगा- पन्नीरसेलवम
पन्नीर सेल्वम यहीं नहीं रुके, उन्होंने शशिकला का नाम तो नहीं लिया लेकिन जो कहा उससे साफ है कि उन्हें जयललिता की जगह शशिकला मंजूर नहीं. पन्नीरसेलवम ने कहा, ‘’अम्मा चाहती थीं कि मैं मुख्यमंत्री बनूं और मधुसूदन पार्टी के महासचिव बनें. अगर समर्थक चाहेंगे तो मैं इस्तीफा वापस ले लूंगा. जो लोगों के हित की रक्षा कर सकता है उसे ही मुख्यमंत्री बनना चाहिए.’’
थम्बीदुरई ने पन्नीरसेलवम के दावों को खारिज किया वहीं, अन्नाद्रमुक नेता और लोकसभा डिप्टी स्पीकर एम थम्बीदुरई ने आज ओ पन्नीरसेलवम के इस दावे को खारिज कर दिया कि उन्हें मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया गया है. उन्होंने कहा कि पार्टी प्रमुख वीके शशिकला मुख्यमंत्री होंगी क्योंकि सभी विधायक उनके (चिनम्मा के) साथ हैं. अन्नाद्रमुक नेता ने कहा कि सभी विधायक एकजुट हैं. सभी विधायक अंदर हैं.पन्नीरसेल्वम के बम फोड़ते ही शशिकला के खेमे में हड़कंप मच गया. शशिकला के घर पोएस गार्डन में नेताओं की भीड़ जमा हो गई. शशिकला के समर्थन में विधायक भी दौड़े दौड़े पहुंचे.
पन्नीरसेल्वम को कोषाध्यक्ष से हटाया
आधी रात को शशिकला के घर में बैठक के बाद तुरंत पन्नीरसेल्वम को पार्टी के कोषाध्यक्ष पद से हटाने का फरमान आया. इसके बाद खुद शशिकला भी बाहर निकलीं, अब बारी पन्नीर सेल्वम पर पलटवार की थी.
पार्टी में कोई समस्या नहीं है- शशिकला
शशिकला ने कहा, ‘’पार्टी में कोई समस्या नहीं है. हम एक परिवार की तरह एकजुट हैं. मैंने पन्नीरसेल्वम पर किसी चीज के लिए दबाव नहीं बनाया. जो पन्नीरसेल्वम कह रहे हैं वो सच नहीं है.’’
उधर देर रात तक पन्नीर सेल्वम भी अपने समर्थकों से घिरे रहे, कोषाध्यक्ष को पद से हटाए जाने पर कहा, ‘’मुझे अम्मा ने दस साल पहले पार्टी का कोषाध्यक्ष बनाया था. किसी को मुझे इस पद से हटाने का अधिकार नहीं है.’’
कौन हैं शशिलकला? शशिकला नटराजन थेवर समुदाय से हैं. उनका प्रभाव जयललिता के करीबी लोगों में है और जयललिता के जीवन में वो परदे के पीछे से पार्टी का काम देखती रही थी और इसके लिए उन्हें जयललिता का आशिर्वाद प्राप्त था. शशिकला जयललिता की सबसे करीबी मानी जाती रही हैं, एक जमाने में ये भी कहा जाता था कि जयललिता के हर फैसले के पीछे शशिकला का हाथ होता था. हालांकि, दोनों के रिश्तों में कई बार खटास भी देखी गई. क्या कहा था शशिकला ने ? विधायक दल की नेता चुनी जाने पर शशिकला ने कहा, “हमारी अम्मा के निधन के बाद पनीरसेल्वम ही वो शख्स हैं जिन्होंने सबसे पहले मुझे सीएम बनने के लिए जोर दिया.” इसके साथ शशिकला ने कहा कि तमिलनाडु की सरकार हमेशा ही जनता की भलाई के लिए काम करती है और अम्मा के दिखाए रास्ते और सिद्धांत पर चलेगी. तमिलनाडु की तीसरी महिला सीएम होंगी पांच दिसंबर को जयललिता के निधन के बाद 31 दिसंबर 2016 को शशिकला पार्टी महासचिव चुनी गई थीं. तमिलनाडु में शशिकला को ही जलललिता का राजनीतिक वारिस माना जाता रहा है और अब वो राज्य की अगली सीएम बनने जा रही हैं. जानकी रामाचंद्रन और जयललिता के बाद शशिकला तीसरी महिला होंगी जो तमिलनाडु के सीएम की कुर्सी संभालेंगीं.