BJP MLA passes away: तमिलनाडु विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी के पहले विधायक रहे थिरु सी. वेलायुथम का बुधवार को निधन हो गया. वह 73 साल के थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सी. वेलायुथम की मौत पर शोक जताया है. पीएम मोदी ने कहा कि उनके जैसे लोग ही हैं जिन्होंने तमिलनाडु में हमारी पार्टी बनाई है और लोगों को हमारा विकास का एजेंडा समझाया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, तमिलनाडु के पहले बीजेपी विधायक थिरु सी. वेलायुथम के निधन से दुख हुआ. यह उनके जैसे लोग ही हैं, जिन्होंने तमिलनाडु में हमारी पार्टी बनाई है और लोगों को हमारा विकास का एजेंडा समझाया है. पीएम मोदी ने कहा कि उन्हें गरीबों और वंचितों के प्रति उनकी चिंता के लिए भी याद किया जाएगा. उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदनाएं. शांति.
BJP अध्यक्ष ने विधायक के निधन पर जताया शोक
बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए कहा कि पूर्व विधायक और सामाजिक कार्यकर्ता सी. वेलायुथम जी के निधन से गहरा दुख हुआ. वह 1996 के चुनावों में पद्मनाभपुरम विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हुए तमिलनाडु विधानसभा के पहले बीजेपी विधायक चुने गए थे. उन्हें पार्टी और समाज के प्रति उनकी प्रतिबद्धता और समर्पण के लिए हमेशा याद किया जाएगा. इस कठिन समय में उनके परिवार और समर्थकों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है. ओम शांति!”.
वेलायुथम थे तमिलनाडु में BJP के पथप्रदर्शक- के. अन्नामलाई
तमिलनाडु बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के. अन्नामलाई ने वेलायुथम को राज्य में पार्टी का पथप्रदर्शक बताया. ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए उन्होंने कहा कि तमिलनाडु में बीजेपी के पहले विधायक वेलायुथम ने कड़ी मेहनत की और ‘‘तमिलनाडु में पार्टी के विकास के लिए विश्वास के बीज बोए.’ उन्होंने वेलायुथम के निधन पर शोक व्यक्त किया और शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की. इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री एल. मुरुगन सहित कई अन्य बीजेपी नेताओं ने वेलायुथम के निधन पर शोक व्यक्त किया.
जानिए कौन थे थिरु सी. वेलायुथम?
थिरु सी. वेलायुथम की जीत 1996 के विधानसभा चुनाव में देखने वाली थी, न केवल इसलिए कि बीजेपी ने विधानसभा में अपना खाता खोला था बल्कि यह तब हुआ जब द्रमुक के नेतृत्व वाले गठबंधन ने अखिल भारतीय अन्ना द्रविड मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) को हराकर चुनावों में जीत हासिल की. वहीं, वेलायुथम कन्याकुमारी जिले के पद्मनाभपुरम विधानसभा क्षेत्र से चुने गए थे. वहीं उनका निधन हुआ. इसके साथ ही वेलायुथम राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से संबद्ध सामाजिक सेवा संगठन सेवा भारती से जुड़े थे. उन्होंने इमरजेंसी के दौरान 1975 से 1977 तक आपातकाल विरोधी आंदोलन में भाग लिया था.
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