तनिष्क विज्ञापन विवाद पर बंटे सितारे और राजनेता, चेतन भगत ने ट्रोल्स को घेरा, कंगना बोलीं- यह शर्मनाक
विवाद बढ़ने के साथ ही सोशल मीडिया पर तनिष्क देश से माफी मांगो जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे. और फिर ये विवाद इतना बढ़ा कि तनिष्क ने अपने यूट्यूब पेज से ये विज्ञापन हटा दिया.
नई दिल्ली: ज्वैलरी निर्माता कंपनी तनिष्क के एक विज्ञापन को लेकर इतना बवाल मचा कि आखिरकार कंपनी को विज्ञापन जारी करना पड़ा. इस पूरे विवाद को लेकर सोशल मीडिया से लेकर सेलिब्रिटी तक दो फाड़ नजर आए. ट्विटर पर #Boycotttanishk से लेकर #ISupporttanishk जैसे हैशटैग ट्रेंड हुए.
इस सब के बीच मशहूर लेकर चेतन भगत ने तनिष्क के विज्ञापन पर सवाल उठाने वाले ट्रोल्स को फटकार लगाई है. चेतन भगत ने लिखा है कि तनिष्क के विज्ञापन को लेकर हमला करने वाले लोगों में से ज्यादातर इसकी ज्वैलरी अफोर्ड नहीं कर सकते.
चेतन भगत ने ट्वीट किया, ''डियर तनिष्क, आप पर हमला करने वाले ज्यादातर लोग आपको किसी भी तरह अफोर्ड नहीं कर सकते हैं. और उनकी यह सोच इकॉनमी को ऐसी जगह पर पहुंचा देगी कि जल्द ही उनके पास नौकरियां नहीं होंगी और इस तरह वे भविष्य में भी तनिष्क से कुछ भी खरीदने के काबिल नहीं रहेंगे. उनके बारे में फिक्र मत करो.''
Dear #tanishq, most people attacking you can’t afford you anyway. And given where their thinking will take this economy, they soon won’t have jobs and hence definitely won’t able to buy anything from #tanishq in the future too. Don’t worry about them.
— Chetan Bhagat (@chetan_bhagat) October 13, 2020
चेतन भगत के अलावा कांग्रेस नेता और सांसद शशि थरूर भी कंपनी के समर्थन में खड़े नजर आए. शथि थरूर ने कहा कि हिंदू-मुस्लिम एकता से दिक्कत है तो फिर हिंदुस्तान का बॉयकॉट करो. उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ''अच्छा तो हिंदुत्व ब्रिगेड ने हिंदू-मुस्लिम एकता को खूबसूरती से दिखाने वाले इस ऐड के चलते तनिष्क़ जूलरी का बायकॉट करने की मांग की है. अगर हिंदू-मुस्लिम के 'एकत्वम' से उन्हें इतनी दिक्कत है तो वो पूरी दुनिया में हिंदू-मुस्लिम की एकता के प्रतीक खुद भारत का बायकॉट क्यों नहीं कर देते?'
So Hindutva bigots have called for a boycott of @TanishqJewelry for highlighting Hindu-Muslim unity through this beautiful ad. If Hindu-Muslim “ekatvam” irks them so much, why don’t they boycott the longest surviving symbol of Hindu-Muslim unity in the world -- India? pic.twitter.com/cV0LpWzjda
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) October 13, 2020
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने भी कंपनी का साथ दिया और इसे विज्ञापन के लिए ट्रोल करने वालों को निशाने पर लिया. दिग्विजय सिंह ने तनिष्क के मालिक रतन टाटा को पास्टर मार्टिन नीमोलर की कविता याद दिलाई. दिग्विजय सिंह ने लिखा, ''आखिर भारत बहुलतावादी संस्कृति के ब्रांड कहे जाने वाले टाटा को क्यों ट्रोल किया जाना चाहिए? रतन टाटा जी क्या आपने हिटलर के दौर में पास्टर मार्टिन नीमोलर की कविता पढ़ी है? कृपया उस कविता के संदेश पर ध्यान दें.''
Why should Tata who has been a Brand of India’s Plurality for over 100 years be bullied by riff-raff third rate Bullies of Paid Troll Army? Ratan Tata ji have you heard of a poem written by Pastor Martin Niemöller during Hitler’s regime? Pl take note of the message in this poem. https://t.co/W8LcZ4VfCn
— digvijaya singh (@digvijaya_28) October 13, 2020
विज्ञापन पर तनिष्क को घेरने वाले भी मैदान में तनिष्क के विज्ञापन के विरोध में भी कई सेलिब्रिटी मैदान में उतरे. हाल फिलहाल बेहद चर्चित अभिनेत्री कंगना रनौत ने इस विज्ञापन पर कहा कि यह हिंदू धर्म के हित में नहीं है. कंगना ने ट्वीट किया, ''एड का जो कॉन्सेप्ट था वो उतना गलत नहीं था जितना उसका एग्जिक्यूशन गलत लगा. एक हिंदू धर्म की लड़की की शादी मुस्लिम परिवार में हुई. लड़की सहमे हुए स्वर में अपनी सास से पूछ रही है कि ये रस्म तो आप लोग के यहां मानी नहीं जाती है तो फिर क्यों हो रही है. क्या वो उस घर की नहीं है? क्यों उसे ये पूछने की जरूरत पड़ रही है. क्यों वो अपने ही घर में इतनी दबी-दबी सी लग रही है. शर्मनाक.''
The concept wasn’t as much a problem as the execution was,the fearful Hindu girl apologetically expressing her gratitude to her in-laws for the acceptance of her faith, Isn’t she the woman of the house? Why is she at their mercy? Why so meek and timid in her own house? Shameful. https://t.co/LDRC8HyHYI
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) October 12, 2020
कंगना ने एक और ट्वीट में लिखा, ''एक हिंदू होने के नाते हमें आतंकवादियों के इस कलात्मक अंदाज से भी दूर रहना होगा जो हमारे मनोभाव में ऐसे बदलाव लाने की कोशिश कर रहे हैं. ये बहुत जरूरी हो गया है कि हम अपने इर्द-गिर्द की हर एक सोच को अच्छे से परखें और जानने की कोशिश करें कि इस तरह की विचारधारा हमें कितना प्रभावित कर सकती है और हमारा कितना नुकसान कर सकती है. यही एक रास्ता है जिससे हम अपनी सभ्यता हो बचा सकते हैं.''
As Hindus we need to be absolutely conscious of what these creative terrorists are injecting in to our subconscious, we must scrutinise, debate and evaluate what is the outcome of any perception that is fed to us, this is the only way to save our civilisation #tanishq
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) October 13, 2020
वीएचपी नेता विनोद बंसल ने विज्ञापन पर लव जिहाद को प्रमोट करने वाला बताया है. उन्होंने कहा, ''विज्ञापन के सहारे लव जेहाद को प्रमोट करने की कोशिश कर रहे हैं. एक कंपनी विज्ञापन के माध्यम से इस तरह से दिखाती है जैसे बहुत खुश है, उसने कभी नहीं दिखाया कि हिंदू बेटियों के साथ क्या होता है? क्या वो साहस कर सकते हैं कि जिस तरह से हिंदू बेटी को दिखाया, उस तरह से एक मुस्लिम बेटी को भी हिंदू घर में दिखा देते. इन्हें पता लग जाता.''
तनिष्क ने हटाया विज्ञापन, कहा- एकता का जश्न मनाने का था उद्देश्य जूलरी ब्रांड ‘तनिष्क’ ने अपने विज्ञापन पर विवाद होने के बाद मंगलवार को उसे वापस लेने का ऐलान कर दिया. तनिष्क ने जारी बयान में कहा कि, “एकत्वम कैंपेन के पीछे विभिन्न क्षेत्रों के लोगों का एक साथ आकर जश्न मनाने का आइडिया है. स्थानीय समुदाय और परिवार इस चुनौतीपूर्ण समय में एकता का जश्न मनाते हैं. इस फिल्म पर उद्देश्य के विपरीत गंभीर प्रतिक्रियाएं आईं हैं. हम अनजाने में लोगों की भावनाओं को हुए नुकसान के लिए दुख प्रकट करते हैं और अपने कर्माचारियों, पार्टनर्स और स्टोर स्टाफ की भलाई को ध्यान में रखते हुए विज्ञापन को वापस लेते हैं.”
— Tanishq (@TanishqJewelry) October 13, 2020
क्या है पूरा मामला? तनिष्क ने अपने जूलरी कलेक्शन ‘एकत्वम’ को बढ़ावा देने के लिए पिछले सप्ताह यह विज्ञापन जारी किया था. तभी से इसे लेकर विवाद उत्पन्न हो गया था. इस विज्ञापन को लेकर ट्विटर पर हैशटैग ‘बायकॉट तनिष्क’ ट्रेंड करने लगा था. 43 सेकंड के इस विज्ञापन में एक गर्भवती महिला को उसकी ‘गोद भराई’ की रस्म के लिए एक महिला द्वारा ले जाते हुए दिखाया गया था. बाद में लोगों को एहसास हुआ कि जो महिला उसे ले जा रही थी वह उसकी सास थी.
विज्ञापन में साड़ी और बिंदी लगाये जवान महिला अधिक आयु वाली महिला को मां कहकर संबोधित करती है, जिसने सलवार कुर्ता पहन रखा है और अपना सिर दुपट्टे से ढंक रखा है. जवान महिला सवाल करती है, ‘‘आप यह रस्म नहीं करतीं?’’ इस पर मां जवाब देती है, ‘‘पुत्रियों को खुश रखने की परंपरा हर घर में होती है.’’ विज्ञापन में संयुक्त परिवार को दिखाया गया है, जिसमें हिजाब पहने एक महिला, साड़ी पहनी महिलाएं और नमाजी टोपी पहने लोग दिखते हैं.
यूट्यूब पर वीडियो के बारे में लिखा है, ‘‘उसका विवाह एक ऐसे परिवार में हुआ है जो उसे अपने बच्चे की तरह प्यार करता है. केवल उसके लिए वे एक ऐसा रस्म करते हैं जो वे आमतौर पर नहीं करते. दो अलग अलग धर्मों, परंपराओं और संस्कृतियों और एक सुंदर संगम.’’
ये भी पढ़ें- दुनिया में फिर बढ़े 3 लाख से ज्यादा कोरोना केस, कुल 2.88 करोड़ ठीक हुए, देखें टॉप-10 संक्रमित देशों की लिस्ट अमेरिका-ब्राजील में 24 घंटे में आए 62 हजार कोरोना केस, 73 हजार ठीक हुए, 30 लाख का इलाज जारी