UAV Drone Tapas BH 201: भारत में बना पहला स्वदेशी उन्नत टोही ड्रोन यानी मानव रहित यान (UAV) अगले हफ्ते लोगों की नजरों के सामने उड़ान भरता नजर आएगा. तपस ड्रोन (Tapas BH-201) को अगले हफ्ते बेंगलुरु में होने वाले एयरो इंडिया शो में पहली बार सबके सामने उड़ान भरते हुए दिखाया जाएगा.
एयरो इंडिया शो में डीआरडीओ के तपस ड्रोन के साथ ही 180 से ज्यादा विमान उड़ान भरेंगे. जानकारी के मुताबिक, तपस-बीएच इस एयरो शो में अपनी खूबियों का प्रदर्शन करेगा. बता दें कि तपस से इतर एक अन्य स्वदेशी युद्धक ड्रोन घातक भी इस साल जून-जुलाई में अपनी पहली उड़ान भरने के लिए तैयार है.
क्या हैं तपस ड्रोन की खूबियां?
तपस (TAPAS) का पूरा नाम टेक्टिकल एयरबॉर्न प्लेटफॉर्म फॉर एरियल सर्विलांस बेयॉन्ड होराइजन (Tactical Airborne Platform for Aerial Surveillance-Beyond Horizon) है. इसे डीआरडीओ ने ही बनाया है.
TAPAS ड्रोन केवल सीमाओं पर निगरानी रखने ही नहीं, बल्कि दुश्मनों पर हमला करने के लिए भी इस्तेमाल में लाया जा सकता है. 2016 से ही तपस का उत्पादन शुरू किया जा चुका है. हालांकि, इसे अभी तक भारतीय सेना में शामिल नहीं किया गया है. माना जा रहा है कि इस उड़ान के बाद ये भारतीय सेना में जल्द शामिल हो जाएगा.
28 हजार फीट की ऊंचाई पर 18 घंटे से ज्यादा की उड़ान
तपस ड्रोन की अन्य खूबियों की बात करें, तो यह 28 हजार फीट की ऊंचाई पर 18 घंटे से ज्यादा की उड़ान भर सकता है. तपस एक मीडियम एल्टीट्यूट लॉन्ग-इंड्यूरेंस (MALE) ड्रोन है, जो अमेरिका के MQ-1 प्रीडेटर ड्रोन जैसा ही है.
तपस अपने आप ही टेकऑफ और लैंड करने की क्षमता रखने वाला ड्रोन है. तपस ड्रोन को पहले रुस्तम-2 के नाम से पुकारा जाता था. जिसकी अधिकतम रफ्तार 224 किलोमीटर प्रतिघंटा थी. 20.6 मीटर के विंग स्पैन वाला तपस ड्रोन लगातार 1000 किलोमीटर तक उड़ान भर सकता है. तपस ड्रोन दिन और रात दोनों में ही निगरानी के लिए इस्तेमाल हो सकता है.
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