Tapas Roy Resignation From TMC: लोकसभा चुनाव से पहले पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस (‌TMC) के वरिष्ठ नेता तापस रॉय ने पार्टी और विधायक पद से इस्तीफा दे दिया. तापस ने सोमवार (4 मार्च) को राज्य विधानसभा में जाकर विधायक पद से इस्तीफा दिया और मीडिया से बात की.


इसके बाद अब उन्होंने विस्तार से वे सारे कारण बताए हैं, जिनकी वजह से उन्होंने तृणमूल कांग्रेस को अलविदा कहा है. न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में वह कहते हैं कि मैं पार्टी में अपमानित हो रहा था. और ऐसा लंबे समय से चल रहा था.


'सुदीप बनर्जी ने मेरे घर ईडी छापेमारी करवाई'
तापस राय ने दावा किया कि उनके घर 12 जनवरी को हुई प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी भी पार्टी नेता ने हीं करवाई थी. सरेआम नाम लेते हुए उन्होंने कहा, "मेरे घर ईडी की छापेमारी किसी और ने नहीं बल्कि मेरी ही पार्टी के सांसद सुदीप बनर्जी ने करवाई. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने मेरे घर ईडी को नहीं भेजा बल्कि संदीप मुझसे जलते हैं और व्यक्तिगत दुश्मनी है, जिसकी वजह से ईडी में अपने पर्सनल रिलेशंस का फायदा उठाकर छापेमारी करवाई. तापस कहते हैं कि केंद्रीय एजेंसी को उनके घर से कुछ भी नहीं मिला. उन्होंने कहा, "पार्टी में से किसी ने मेरा हाल तक नहीं पूछा. मेरे परिवार की खोज खबर तक नहीं ली.


संदेशखाली की घटना भी एक वजह


 इसके अलावा उन्होंने संदेशखाली और अन्य भ्रष्टाचार के मुद्दों का जिक्र करते हुए कहा कि कई वजहें हैं, जिनके कारण तृणमूल में रहना संभव नहीं रह गया था. तापस ने कहा- मैं महसूस कर रहा था कि पार्टी में इज्जत नहीं हो रही है. इसलिए मैंने इस्तीफा दे दिया है. 


दूसरी पार्टी में जाने के सवाल पर क्या बोले?
बीजेपी या किसी अन्य पार्टी में जाने के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अभी इस बारे में कोई निर्णय नहीं लिया है. मैं खुद भी नहीं जानता हूं. तापस ने कहा- तृणमूल मेरे लिए नहीं है. जहां भी मैं देखता हूं, वहां इस पार्टी में भ्रष्टाचार दिखता है. कोई दूसरा अपराध करे और बाकी सबको उसकी सजा भुगतनी पड़े, ये सही नहीं है. मैं कई तरह के विवाद झेल रहा था. इसलिए अब दूरी बना ली.


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