Target Killing in Jammu Kashmir: कश्मीर में आतंकियों द्वारा लगातार आम नागरिकों को निशाना बनाया जा रहा है. इस स्वतंत्रता दिवस पर घाटी में निकाले गए तिरंगा यात्रा से बौखलाए आतंकियों ने कल दो कश्मीरी पंडितों को गोली मार दी. जिसमें से एक की मौत हो गई है. जबकि दूसरा भाई गंभीर रुप से घायल है. अब इस घटना के खिलाफ कश्मीरी पंडित आज जम्मू में प्रदर्शन करेंगे.
इससे पहले आतंकियों ने राहुल भट और सांबा की रजनी बाला की हत्या कर दी थी. पिछले 4 महीने में कश्मीर में कई टारगेट किलिंग हुई हैं, जिसमें खास तौर पर कश्मीरी पंडित और प्रवासियों को निशाना बनाया जा रहा है. अब हुए हमले से कश्मीरी पंडित बौखलाए हुए हैं और आज जम्मू में प्रदर्शन करेंगे.
इस बीच हमले में घायल हुए पीतांबरनाथ का हाल चाल जानने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा आर्मी हॉस्पीटल पहुंचे. टारगेट किलिंग में मारे गए कश्मीरी पंडित सुनील का अंतिम संस्कार कल कर दिया गया. अंतिम यात्रा में शामिल होने के लिए भारी संख्या में लोग इकट्ठा हुए जिसमें मुस्लिम समुदाय के लोग भी शामिल थे.
शोपियां में हुई टारगेट किलिंग को लेकर सियासत भी शुरु हो गई है. बीजेपी कह रही है कि कश्मीर में तिरंगा लहराता देख आतंकी कायरता पूर्ण घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. तो वहीं विरोधियों ने इस टारगेट किलिंग पर बीजेपी को निशाने पर लिया है. इस घटना पर कल कांग्रेस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. पवन खेड़ा ने कहा कि समय आ गया है की पीएम और गृहमंत्री अपनी कश्मीर नीति को लेकर देश को संबोधित करें और श्वेत पत्र पेश करें कि आखिर क्यों उनकी कश्मीर नीति विफल रही है. इसके अलावा आज अल्पसंख्यक समुदाय और कश्मीरी पंडितों की हत्याओं के खिलाफ कांग्रेस केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन भी करेगी.
आठ महीनों में अब तक हो चुकी हैं 27 हत्याएं
कश्मीर में पिछले आठ महीने में अब तक 27 लोगों की हत्याएं हो चुकी हैं. आतंकियों की टारगेट किलिंग का शिकार बने लोगों में कश्मीरी पंडितों के अलावा सुरक्षाकर्मी और मुस्लिम समुदाय के लोग भी शामिल हैं. ज्यादातर हिंदू समुदाय के लोग मारे गए हैं. सात पुलिसकर्मी आतंकियों का निशाना बने हैं. राजस्थान की एक बैंक मैनेजर और बिहार के तीन मजदूर भी मृतकों में शामिल हैं.