तसलीमा नसरीन ने अब Surrogacy पर उठाया सवाल, बोलीं- क्या 'रेडीमेड बच्चे' से भावनात्मक तौर पर जुड़ पाते हैं माता-पिता
Surrogacy Process: सोशल मीडिया पर यह ट्वीट तेजी से वायरल हो रहा है. कमेंट में काफी यूजर का मानना है कि यह किसी की भी व्यक्तिगत पसंद होती है.
Surrogacy Process: बांग्लादेशी लेखिका तसलीमा नसरीन ने (Taslima Nasreen) ने सरोगेसी के जरिए मां बनने वाली महिलाओं को लेकर ऐसा बयान दिया कि सोशल मीडिया पर हलचल मचा गई. दरअसल तसलीमा ने सेरोगेसी प्रोसेस से मां बनने वाली महिलाओं की आलेचना करते हुए बच्चे के प्रति उनकी भावनाओं पर सवाल उठाया है.
नसरीन ने ट्वीट में अपनी राय जाहिर करते हुए पूछा कि क्या सेरोगेसी के माध्यम से रेडीमेड बेबीज हासिल करने वाली माताओं में बच्चों को जन्म देने वाली मां की तरह भावनाएं होती हैं?
How do those mothers feel when they get their readymade babies through surrogacy? Do they have the same feelings for the babies like the mothers who give birth to the babies?
— taslima nasreen (@taslimanasreen) January 22, 2022
बता दें कि हाल ही में बॉलीवुड एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा और उनके पति निक जोनस सेरोगेसी प्रोसेस के माध्यम से माता पिता बने हैं. उन्होंने इस बात की जानकारी सोशल मीडिया पर ट्वीट के माध्यम से ही अपने फैंस तक पहुंचाई. इस बीच तसलीमा का ये ट्वीट प्रियंका चोपड़ा से जोड़कर देखा जा रहा है. हालांकि उन्होंने अपने ट्वीट में प्रियंका चोपड़ा का कोई जिक्र नहीं किया है.
गरीब महिलाओं के कारण सरोगेसी संभव
तसलीमा आगे लिखती हैं, "गरीब महिलाओं के कारण ही सरोगेसी से मां बनने का ये तरीका संभव हो पाया है. अमीर लोग हमेशा अपने स्वार्थ के लिए समाज में गरीबी देखना चाहते हैं." उन्होंने कहा कि अगर किसी परिवार को बच्चा पालना ही है, तो बेघर को गोद लें. हमारा यह सोचना की बच्चों को आपके गुण विरासत में मिलने चाहिए. यह सिर्फ एक स्वार्थी सोच है.
Surrogacy is possible because there are poor women. Rich people always want the existence of poverty in the society for their own interests. If you badly need to raise a child, adopt a homeless one. Children must inherit your traits---it is just a selfish narcissistic ego.
— taslima nasreen (@taslimanasreen) January 22, 2022
वहीं दूसरी तरफ सोशल मीडिया पर यह ट्वीट तेजी से वायरल हो रहा है. कमेंट में काफी यूजर का मानना है कि यह व्यक्ति की व्यक्तिगत पसंद होती है, उन्हें अपने पसंद के फैसले लेने का पूरा हक है. वहीं कुछ यूजर्स का मानना है कि कई बार लोग मेडिकल कारणों से भी सेरोगेसी का रास्ता चुनते हैं
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