नई दिल्ली: टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड ने 861.90 करोड़ रुपये की लागत से नए संसद भवन के निर्माण का अनुबंध (कॉन्ट्रैक्ट) हासिल कर लिया है. एक अधिकारी ने इस बात की जानकारी दी. अधिकारी ने बताया कि एलएंडटी लिमिटेड ने 865 करोड़ रुपये की बोली लगाई थी.


सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना के तहत नई इमारत संसद की मौजूदा इमारत के नजदीक बनाई जाएगी और इसके 21 महीनों में पूरा होने की उम्मीद है. केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) के मुताबिक नई इमारत संसद भवन संपदा की प्लॉट संख्या 118 पर बनेगी. सीपीडब्ल्यूडी ने कहा कि परियोजना के अमल में आने के पूरी अवधि के दौरान मौजूदा संसद भवन में कामकाज जारी रहेगा.


कैसा होगा नया संसद भवन?


मोदी सरकार का इरादा है कि जब देश आजादी की 75वीं वर्षगांठ मनाए तो उस वक्त तक ये इमारत बनकर तैयार हो जाए. 2022 के जुलाई महीने में होने वाला मानसून सत्र नई संसद में आयोजित किए जाने की तैयारी है. नए संसद भवन में सेंट्रल हॉल नहीं होगा. प्रत्येक सांसदों के लिए अलग से कमरा, लाइब्रेरी, मीटिंग हॉल व अन्य सभी चीजों की व्यवस्था होगी.


जानकारी के मुताबिक, नए भवन में सांसदों के बैठने के लिए 900 सीटें होंगी जबकि संयुक्त सत्र में 1350 सांसदों के बैठने की व्यवस्था होगी. इसमें दो सांसदों के बैठने के लिए एक बैंच होगी ताकि सांसदों को बैठने में को तकलीफ ना हो.


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