Tawang Clash: तवांग में चीनी सेना के साथ हिंसक झड़प पर राजनाथ ने की तीनों सेना प्रमुखों के साथ बैठक, 12 बजे देंगे संसद में बयान
Congress ने तवांग की घटना पर सरकार से सदन में चर्चा करवाने की मांग की है. कांग्रेस ने कहा कि सरकार ढुलमुल रवैया छोड़कर सख्त लहजे में चीन को समझाए कि उसकी ऐसी हरकत बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
Rajnath Singh On Tawang Clash: अरुणाचल के तवांग सेक्टर में 9 दिसंबर को भारत और चीन की सेना के बीच हिंसक झड़प हुई. इस झड़प में भारत के लगभग 30 सैनिकों को मामूली चोटें आईं हैं. वहीं अब इस हिंसक झड़प को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज दोपहर 12 बजे संसद में बयान देंगे. उन्होंने मंगलवार सुबह आर्मी चीफ मनोज पांडे के साथ इमरजेंसी बैठक की. बैठक में तवांग हिंसक झड़प पर चर्चा की गई.
बता दें कि रक्षा मंत्री की बैठक में थलसेना अध्यक्ष मनोज पांड के साथ-साथ नेवी चीफ और इंडियन एयरफोर्स के चीफ भी मौजूद रहे. वहीं इस महत्वपूर्ण बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) और CDS मुकुंद नरवणे ने भी हिस्सा लिया. बैठक में सीमा पर भारत और चीन की मौजूदा स्थिति पर चर्चा की गई.
कांग्रेस ने कहा- देश को भरोस में ले मोदी सरकार
इससे पहले, कांग्रेस ने तवांग की घटना पर सरकार से सदन में चर्चा करवाने की मांग की है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि देश की सुरक्षा पर एकजुट हैं लेकिन सरकार को ईमानदार होना चाहिए. संसद में चर्चा कराकर देश को मोदी सरकार भरोसे में ले. कांग्रेस ने कहा कि सरकार ढुलमुल रवैया छोड़कर सख्त लहजे में चीन को समझाए कि उसकी ऐसी हरकत बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
तवांग में टकराव
गौरतलब है कि भारतीय और चीनी सैनिकों की अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के पास एक स्थान पर 9 दिसंबर को झड़प हुई, जिसमें "दोनों पक्षों के कुछ जवान मामूली रूप से घायल हो गए." भारतीय सेना ने सोमवार (12 दिसंबर) को यह जानकारी दी.
भारतीय थलसेना ने एक बयान में कहा, "पीएलए (चीन की सेना) के सैनिकों के साथ तवांग सेक्टर में एलएसी पर नौ दिसंबर को झड़प हुई. हमारे सैनिकों ने चीनी सैनिकों का दृढ़ता से सामना किया. इस झड़प में दोनों पक्षों के कुछ जवानों को मामूली चोटें आई हैं."