TCS World 10K Bengaluru 2020: पांच महीने की प्रिगनेन्ट महिला ने 62 मिनट में पूरी की रेस, 2013 से ले रही हैं हिस्सा
एक गर्भवती महिला का सिर्फ 62 मिनट में रेस पूरा करना हैरतअंगेज है. पांच महीने की प्रिगनेन्ट अंकिता गौर ने रविवार को दौड़ पूरी कर ली. वर्ल्ड 10के बेंगलुरू सालाना 10 किलोमीटर सड़क दौड़ है.
TCS World 10K Bengaluru 2020: प्रेरणादायक कहानियों में से एक गर्भवती महिला का सिर्फ 62 मिनट में रेस पूरा करना है. पांच महीने की प्रिगनेन्ट अंकिता गौर ने रविवार को दौड़ पूरी कर ली. वर्ल्ड 10के बेंगलुरू सालाना 10 किलोमीटर सड़क दौड़ है. पहली बार मुकाबले का आयोजन 2008 में किया गया था.
पांच महीने की प्रिगनेन्ट महिला ने दौड़ में लिया हिस्सा
मीडिया को अंकिता ने बताया, "मैं ऐसा पिछले नौ वर्षों से करीब रोजाना कर रही हैं. आप उठते हैं और दौड़ के लिए निकल जाते हैं. निश्चित रूप से एक समय ऐसा भी आता है जब आप घायल या बीमार होते हैं, ऐसे में आपको पीछे होना पड़ता है. वरना, मैं नौ वर्षों से नियमत दौड़ रही हूं. ये मेरे लिए सांस लेने जैसा है." अंकिता का कहना है कि जाहिर तौर पर दौड़ना बिल्कुल सुरक्षित है.
उनसे जब पूछा गया कि गर्भवती होने के बावजूद आयोजन में हिस्सा लेने के लिए कैसे प्रेरणा मिली? उन्होंने जवाब दिया, "प्रिगनेन्सी के दौरान दौड़ना अच्छा व्यायाम है. अगर आप अमेरिकन काउंसिल ऑफ हेल्थ की रिपोर्ट को देखें, तो सुझाव दिया गया है कि आप धावक हैं, तो ये बिल्कुल ठीक है. वास्तव में, आपके लिए दौड़ने की सलाह है. शरीर के विकास के लिए ये बहुत अच्छा है. इसलिए बेशक मैं जाना चाहती थी."
पेशे से इंजीनियर अंकिता गौर टीसीएस वर्ल्ड 10के मुकाबले में 2013 से दौड़ रही हैं. उन्होंने पांच से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय मैराथन में भी हिस्सा लिया है. तीन बार बर्लिन, बोस्टन और न्यूयॉर्क में आयोजित मैराथन की भागीदार रही हैं. रेस में शिरकत करने के फैसले पर गाइनकॉलजस्ट की प्रतिक्रिया क्या रही?
पेशे से इंजीनियर अंकिता गौर ने बताया सेहतमंद
अंकिता ने बताया, "मेरे डॉक्टर ने कहा कि ये बिल्कुल सेहतमंद है. सच तो ये है कि मेरी डॉक्टर ने आगे बढ़ने और दौड़ने के लिए हौसला दिया. उसने मुझे ज्यादा तेज नहीं दौड़ने की सलाह दी. मुझे किसी तरह की पेचीदगी नहीं हुई. इसलिए मुझे आगे बढ़ने और दौड़ में शिरकत की हरी झंडी मिल गई. यहां तक कि मेरे फिजियोथेरेपिस्ट ने भी धीमा दौड़ने के लिए उत्साह बढ़ाया क्योंकि मेरे और मेरे बच्चे के लिए ये सेहतमंद है."
उन्होंने माना कि शुरुआत में उनकी मां उनके इस फैसले से थोड़ा असहज थीं. लेकिन उन्होंने स्पोर्ट्स जारी रखने के लिए हमेशा हौसला दिया. डॉक्टर की राय बताने पर उन्होंने मुकाबले में हिस्सा लेने की इजाजत दे दी.