TDP Protest In Vidhan Sabha : आंध्र प्रदेश में  विधानसभा सदन के 9 वें सत्र के आखिरी दिन बुधवार को जमकर हंगामा हुआ. बता दें कि तेलुगू देशम पार्टी (TDP)ने राज्य सरकार के (NTRUHS) एनटीआर स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय का नाम बदलने के कदम का विरोध करते हुए अध्यक्ष के आसन के सामने अपना विरोध दर्ज किया.


 यूनिवर्सिटी के नाम पर बदलने पर हंगामा


एनटीआर का नाम हट जाने के कारण  और  वाईएसआर का नाम रखने पर  विपक्ष विरोध कर रहा है. टीडीपी विधायकों ने 'एनटीआर अमर रहे', 'जोहर एनटीआर' के नारे लगाये और 'डॉ. एनटीआर स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय (संशोधन) विधेयक, 2022' के विरोध में प्रदर्शन किया. उन्होंने स्पीकर थम्मिनेनी सीताराम पर कागज के टुकड़े उछाले और इस पर क्रोधित होकर, अध्यक्ष ने अपने हेडफोन फेंक दिए, और "कुछ समय के लिए ब्रेक" की घोषणा भी कर दी . इससे पहले सत्तारूढ़ वाईएसआरसीपी और विपक्षी टीडीपी सदस्यों के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई थी.


विपक्ष ने उठाए सवाल 


टीडीपी के संस्थापक अध्यक्ष एनटी रामाराव के नाम को हटाने पर विपक्ष ने कहा कि वाईएस जगन सरकार एक बुरी मिसाल कायम कर रही है. टीडीपी ने ये भी पूछा की आखिर 1986 में स्थापित एनटीआर स्वास्थ्य विश्वविद्यालय से मुख्यमंत्री वाईएस जगन के पिता का क्या संबंध है .


पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने  क्या कहा 


टीडीपी चीफ और पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने पूछा कि '’36 साल पहले एनटीआर के विचारों से शुरू हुए इस विश्वविद्यालय में एनटीआर का नाम हटाकर वाईएसआर के नाम पर रखना बेईमानी है. साढ़े तीन साल में एक भी नया निर्माण नहीं कर सकने वाली यह सरकार मौजूदा लोगों के नाम बदल देगी. यह सरकार, जिसने विवि का 450 करोड़ का फंड जब्त किया है... किस अधिकार से नाम बदलेगी? कम से कम ग्रेजुएशन समारोह का प्रबंधन धन से वंचित हो जाएगा...क्या विश्वविद्यालय को बदनाम किया जाएगा और अब नाम बदल दिया जाएगा? एनटीआर हेल्थ यूनिवर्सिटी और वाईएसआर के बीच क्या संबंध है?" उन्होंने कहा कि सीएम जगन को पता होना चाहिए कि सरकार को पागल विचारों से बचना चाहिए और हमेशा की तरह स्वास्थ्य विश्वविद्यालय के लिए एनटीआर का नाम जारी रखना चाहिए.

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