चोकसी को वापस लाने के लिए भेजा गया भारतीय अधिकारियों का दल डोमिनिका से खाली हाथ लौटा
स्थानीय मीडिया में आई खबरों में बताया गया कि मामले पर अगली सुनवाई करीब एक महीने बाद हो सकती है तथा इस दौरान चोकसी डोमिनिका में ही रहेगा. ‘एंटीगुआ न्यूज रूम’ के अनुसार, न्यायाधीश बर्नी स्टीफेन्सन चोकसी मामले में दोनों पक्षों से मुलाकात के बाद सुनवाई की अगली तारीख तय करेंगे.
नई दिल्लीः भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी को डोमिनिका से वापस लाने के लिए भारत की तरफ से भेजा गया विभिन्न एजेंसियों के अधिकारियों का दल कतर एयरवेज के एक निजी विमान से वापस लौट आया. सूत्रों ने यह जानकारी दी. वहां के कोर्ट ने मामले में सुनवाई स्थगित कर दी थी जिसके बाद विमान ने तीन जून को स्थानीय समयानुसार रात 8.09 बजे डोमिनिका के मेलविले हॉल हवाईअड्डे से उड़ान भरी और भारतीय समयानुसार शुक्रवार रात 11:02 बजे इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरा.
विमान पर सवार टीम का नेतृत्व केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) उप महानिरीक्षक शारदा राउत द्वारा किया जा रहा था. अधिकारियों का दल 13,500 करोड़ रुपये के पंजाब नेशनल बैंक घोटाले में वांछित चोकसी को भारत वापस लाने की खातिर करीब सात दिन तक डोमिनिका में रहा.
चोकसी के वकीलों ने डोमिनिका हाई कोर्ट में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दाखिल की थी जिस पर सुनवाई गुरुवार को स्थगित कर दी गई. किसी गिरफ्तार व्यक्ति को या गैरकानूनी तरीके से हिरासत में बंद व्यक्ति को अदालत में पेश करने का अनुरोध करने के लिए यह याचिका दाखिल की जाती है.
गुरुवार को सुनवाई वीडियो कॉन्फ्रेंस से की गयी. रोसीयू में उच्च न्यायालय परिसर के बाहर खड़े कुछ प्रदर्शनकारियों के हाथ में तख्तियां दिखीं जिनमें से एक पर लिखा था, ‘‘चोकसी को डोमिनिका कौन लाया?’’
बुधवार को न्यायाधीश ने चोकसी को मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश करने का आदेश दिया था ताकि वह डोमिनिका में अवैध प्रवेश के आरोपों का सामना कर सके. बता दें कि चोकसी 23 मई को रहस्यमयी परिस्थितियों में एंटीगुआ एवं बारबुडा से लापता हो गया था. बाद में उसे डोमिनिका में अवैध प्रवेश करने पर पकड़ा गया था.
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