नई दिल्ली: कॉमन मिनिमम प्रोग्राम बनाने के लिए तीनों पार्टियों शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के वचन पत्र के प्रमुख बिंदुओं को शामिल किया जा रहा है. न्यूनतम साझा कार्यक्रम तय होने के बाद इस सरकार गठन की प्रक्रिया शुरू होगी. इसमें तकरीबन 2 दिन का वक्त लगेगा. न्यूनतम साझा कार्यक्रम के लिये जो मुद्दे उभरे हैं उसमें, किसानों की कर्ज माफी, विकास के प्रोजेक्ट में तेजी प्रमुख हैं. इसके अलावा सरकार चलाने के लिए न्यूनतम साझा समझौते में कुछ बिंदु शामिल किए जाएंगे और उसके बाद शिवसेना की अगुवाई में सरकार बनेगी. शिवसेना सूत्रों का कहना है एनसीपी को राज्यपाल की नियुक्ति के बावजूद पुराने फार्मूले शिवसेना को सरकार बनाने के राज्यपाल के आमंत्रण पर ही काम चल रहा है. शिवसेना का मुख्यमंत्री हो इसके लिए शिवसेना एनसीपी और कांग्रेस के बीच लगातार बातचीत चल रही है.
शिवसेना का दावा है कि न्यूनतम साझा कार्यक्रम तैयार करने में जितना वक्त लगेगा जो कि उम्मीद के मुताबिक तकरीबन 2 दिन का है. उसके बाद सभी विधायकों की चिट्ठी के बाद राज्यपाल को बहुमत के आंकड़े से संतुष्ट करेंगे. 24 अक्टूबर को आए महाराष्ट्र नतीजे के बाद बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी उसके पास 105 विधायक हैं.दूसरे नंबर पर उसके साथ उसकी सहयोगी शिवसेना 56 विधानसभा सीटों पर जीत दर्ज की थी, लेकिन शिवसेना ने मुख्यमंत्री ढाई-ढाई साल का फार्मूला आगे बढ़ा दिया और उसके बाद चुनाव पूर्व युति में बातचीत रुक गई.
इसके बाद राज्यपाल ने शिवसेना को सरकार बनाने का न्योता दिया लेकिन 24 घंटे के भीतर जब शिवसेना भी राज्यपाल को बहुमत के आंकड़े से संतुष्ट करने में सफल रही तो उसके बाद एनसीपी को सरकार बनाने का न्योता दिया है. महाराष्ट्र में राजनीतिक पल-पल बदल रही है और यह माना जा रहा है कि अब कोई भी दल सरकार बनाने में सफल नहीं रहेगा. लेकिन शिवसेना के सूत्रों ने कहा कि पुराने फार्मूले पर बातचीत चल रही है. दो दिन के बाद न्यूनतम साझा कार्यक्रम तैयार होने के बाद भी राज्यपाल के पास सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे और उनके साथ एनसीपी और कांग्रेस सरकार का हिस्सा होंगे.