SIT Formed In Teesta Setalvad Case: तीस्ता सीतलवाड़ मामले की जांच के लिए एसआईटी (SIT) का गठन किया गया है. चार सदस्यों वाली इस एसआईटी का गठन गुजरात पुलिस (Gujarat Police) द्वारा किया गया जोकि अब पूरे मामले की जांच करेगी. सूत्रो कें मुताबिक एसआईटी में 3 आईपीएस अधिकारी केस की जांच करेंगे. एसओजी के एसीपी बीसी सोलंकी भी एसआईटी में शामिल हैं. इनके अलावा डीसीपी चैतन्य मांडलिक, एटीएस के डीआईजी दीपन भद्रन और एटीएस के एसपी सुनील जोशी भी एसआईटी में शामिल हैं.
अहमदाबाद अपराध शाखा में तीस्ता सीतलवाड़ के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी के सिलसिले में उन्हें शनिवार को गुजरात आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) ने मुंबई से हिरासत में लिया था. सीतलवाड़ की गिरफ्तारी उनके एनजीओ के सिलसिले में है, जिसने कानूनी लड़ाई के दौरान जकिया जाफरी का समर्थन किया था.
गुजरात दंगों से जुड़ा है मामला
जाफरी के पति एहसान जाफरी, जो कांग्रेस के नेता थे, 2002 के गुजरात दंगों के दौरान मारे गए थे. सुप्रीम कोर्ट द्वारा जकिया जाफरी की याचिका खारिज करने व गुजरात दंगों पर फैसले को बरकरार रखने के बाद मामला फिर से गरमा गया है. सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को गुजरात के तत्कालीन सीएम नरेंद्र मोदी को 2022 के गुजरात दंगों में दी गई क्लीन चिट को बरकरार रखा था.
कोर्ट ने सीतलवाड़ का किया था जिक्र
कोर्ट ने कहा था कि जकिया जाफरी के आवेदन में कोई मैरिट नहीं है. कोर्ट ने गुजरात मजिस्ट्रेट के एसआईटी रिपोर्ट को स्वीकार करने वाले 2012 के आदेश को बरकरार रखा था. साथ ही कोर्ट (Supreme Court) ने कहा कि मामले में सह-याचिकाकर्ता सीतलवाड़ (Teesta Setalvad) ने जकिया जाफरी (Zakia Jafri) की भावनाओं का शोषण किया. कोर्ट के फैसले के बाद तीस्ता सीतलवाड़, पूर्व आईपीएस संजीव भट्ट (Sanjiv Bhatt) और पूर्व आईपीएस आरबी श्रीकुमार (RB ShriKumar) के खिलाफ अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने मामला दर्ज किया था. तीस्ता और श्रीकुमार को हिरासत में लिया गया जबकि संजीव भट्ट पहले से ही जेल में है. पूर्व आईपीएस आरबी श्रीकुमार को गांधीनगर से हिरासत में लिया गया था.
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