हरियाणा विधानसभा चुनाव 2019: बीएसएफ के बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव लोकसभा चुनाव में पीएम नरेंद्र मोदी को चुनौती देने से चूक गए थे. लेकिन अब हरियाणा विधानसभा चुनाव में तेज बहादुर ने सीएम मनोहर लाल खट्टर के खिलाफ चुनाव लड़ने का फैसला किया है. तेज बहादुर यादव ने खट्टर को चुनौती देने के लिए दुष्यंत चौटाला की जननायक जनता पार्टी का हाथ थामा है.


समाजवादी पार्टी छोड़ जेजेपी में शामिल होने वाले तेज बहादुर ने कहा, ''दुष्यंत चौटाला में पूर्व उप प्रधानमंत्री देवीलाल की झलक दिखाई देती है. देवीलाल ने सभी समुदायों के लिए काम किया था. दुष्यंत चौटाला ही ऐसे नेता है जो कि देवीलाल के कदम पर चल रहे हैं. इसलिए मैंने जेजेपी ज्वाइन करने का फैसला किया.'' जेजेपी ज्वाइन करने के साथ ही तेज बहादुर यादव ने जेजेपी के टिकट पर करनाल से खट्टर के खिलाफ चुनाव लड़ने का एलान किया.


लोकसभा चुनाव नहीं लड़ पाए थे तेज बहादुर


तेज बहादुर ने लोकसभा चुनाव में वाराणसी से पीएम मोदी को चुनौती देने का फैसला किया था. तेज बहादुर ने वाराणसी से पहले निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर पर्चा दाखिल किया, लेकिन नॉमिनेशन के दो दिन पहले उन्हें समाजवादी पार्टी ने अपना उम्मीदवार बनाया था. हालांकि नॉमिनेशन रिजेक्ट होने के चलते तेज बहादुर लोकसभा चुनाव नहीं लड़ पाए.


इसलिए चर्चा में आए थे


बीएसएफ जवान तेज बहादुर उस समय चर्चा में आए थे जब उन्होंने भारतीय सेना में खराब खाने की शिकायत को लेकर एक वीडियो शेयर किया था और उसमें खाने की खराब क्वालिटी को लेकर रोष जाहिर किया था.


वहीं जननायक जनता पार्टी ने विधानसभा चुनाव के लिए 15 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है. बीएसपी से गठबंधन टूटने के बाद जेजेपी हरियाणा की सभी 90 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ रही है. जेजेपी अब तक 28 सीटों पर अपने उम्मीदवारों का एलान कर चुकी है. बता दें कि हरियाणा में 21 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग होनी है, जबकि 24 अक्टूबर को नतीजों की घोषणा की जाएगी.


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