तेजस एक्सप्रेस में खराब नाश्ता मिलने पर बरसी शिवसेना, कहा- सिर्फ दिखावा करती है सरकार
शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के संपादकीय में कहा, ‘‘ यात्रियों को मूलभूत सुविधा और सुरक्षा उपलब्ध करवाने से ज्यादा ध्यान दिखावा करने पर है. रेल से यात्रा करना जीवन को खतरे में डालने के समान है.’’
मुंबई: शिवसेना ने ट्रेन में मिलने वाले खाने की गुणवत्ता को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा. शिवसेना ने मंगलवार को कहा कि रेल यात्रियों को सुरक्षा और मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाने से ज्यादा ध्यान दिखावा करने पर है. साथ ही कहा कि रेलवे लोगों के जिंदगी के साथ खिलवाड़ कर रही है. बता दें कि दो दिन पहले गोवा से मुंबई जा रही तेजस एक्सप्रेस में नाश्ते के बाद 26 लोग बीमार पड़ गए थे. ऐसा संदेह था कि यह मामला खराब भोजन का है.
बीजेपी की सहयोगी शिवसेना ने कहा कि ऐसा लगता है कि रेलवे लोगों के जीवन के साथ खेल रही है. बीते कुछ हफ्तों में रेलवे से संबंधित कई हादसे हो चुके हैं.
शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के संपादकीय में कहा, ‘‘ यात्रियों को मूलभूत सुविधा और सुरक्षा उपलब्ध करवाने से ज्यादा ध्यान दिखावा करने पर है. रेल से यात्रा करना जीवन को खतरे में डालने के समान है.’’ इसमें कहा गया, ‘‘ रेल से संबंधित हादसों में हर साल 20000 से 25000 लोगों की जान चली जाती है. पुराना हो चुका बुनियादी ढांचा, पुराने फुटओवर ब्रिज और पुरानी सिग्नल प्रणालियों का सवाल कई साल से लंबित है.’’
रेलों में खराब खाने के बारे में यात्री लगातार शिकायतें कर रहे हैं. अब तो स्थिति यह है कि वे शिकायतें करके भी थक चुके हैं. संपादकीय में कहा गया, ‘‘ तेजस एक्सप्रेस के कुछ यात्रियों को भोजन विषाक्तता का परीक्षण तक करवाना पड़ा. हमेशा की तरह संबंधित अधिकारी को निलंबित कर दिया गया और जांच के आदेश दे दिए गए. लेकिन इस बात का पता लगाने की कोशिश नहीं की गई कि घटिया स्तर का भोजन कैसे परोसा गया जबकि रेल एयरलाइन के स्तर का भोजन देने का दावा करती है.’’