नई दिल्ली: देश में भारतीय रेलवे को ट्रैवल के लिहाज से काफी सुगम माना जाता है. हर एक वर्ग के यात्री के लिए रेल से यात्रा करना काफी सरल रहता है. वहीं अब भारतीय रेलवे से जुड़ी दो अहम खबरें सामने आई हैं. दरअसल, एकतरफ जहां देश की पहली कॉर्पोरेट ट्रेन तेजस एक्सप्रेस को यात्री नहीं मिल रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ पंजाब में ट्रेनों की आवाजाही फिर से बहाल होने जा रही है.


कोरोना वायरस के कारण कई क्षेत्रों पर असर देखने को मिला है. वहीं अब कोरोना संकट के चलते देश की पहली कॉर्पोरेट ट्रेन तेजस एक्सप्रेस को पर्याप्त यात्री नहीं मिल रहे हैं, जिसकी वजह से इसका परिचालन बंद किया जा रहा है. 23 नवंबर से लखनऊ-दिल्ली तेजस एक्सप्रेस और 24 नवंबर से अहमदाबाद-मुंबई तेजस ट्रेन को अगले आदेश तक के लिए रद्द किया जा रहा है. कोरोना के चलते लखनऊ-दिल्ली तेजस का परिचालन मार्च में बंद कर दिया गया था. हालांकि सात महीने बाद इसे 17 अक्टूबर को पटरी पर फिर से उतारा गया लेकिन अब फिर से तेजस पर कोरोना का ग्रहण लग गया है.


तेजस का संचालन भारतीय रेलवे की ही कंपनी आईआरसीटीसी करती है. आईआरसीटीसी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सिद्धार्थ सिंह ने एबीपी न्यूज को बताया है कि कोरोना की वजह से सिर्फ 30% यात्रियों के साथ गाड़ी चलाने पर काफी घाटा हो रहा था, जिसके कारण तेजस को बंद करना पड़ रहा है. मौजूदा कोरोना संकट में सुधार आने के बाद ही अब तेजस को शुरू किया जाएगा.


कोरोना के चलते तेजस के एग्जीक्यूटिव क्लास की कुल 56 सीटों में से सिर्फ 28 सीटों पर ही बुकिंग हो रही थी. इसी तरह चेयरकार कोच की कुल 78 में से 46 सीटों पर ही बुकिंग हो रही थी. हालांकि पूरी ट्रेन में एक एग्जीक्यूटिव क्लास कोच और 9 चेयर कार कोच को मिलाकर कुल 758 सीटें हैं, जिनमें से 442 सीटों पर बुकिंग हो रही थी लेकिन पूरी ट्रेनें में यात्रा सिर्फ 150 की संख्या के आस-पास यात्री ही कर रहे थे. यही वजह है कि आईआरसीटीसी अब ट्रेन को बंद करने का फैसला लिया है.


पंजाब में ट्रेनों की आवाजाही होगी बहाल


पंजाब में केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के विरोध में किसान पिछले 54 दिन से पटरी पर बैठे थे. शनिवार को पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ बैठक के बाद किसानों ने 15 दिन के लिए पटरी से हटने का ऐलान किया है. जिसके बाद अब पंजाब में ट्रेनों की आवाजाही फिर बहाल होने जा रही है. रेलवे ने 24 नंवबर से 29 नवंबर के बीच 17 यात्री गाड़ियों को चलाने का फैसला किया है. हालांकि मालगाड़ियां आज दोपहर से ही पटरियों पर दौड़ने लगेंगी.


बता दें कि पंजाब में ट्रेनों का परिचालन ठप पड़ने से लोग काफी परेशान थे. माल ढुलाई ना होने की वजह से कारोबार मंदा पड़ गया था और कोयले की कमी से पावर प्लांट भी बंद थे. पिछले दो महीने से पंजाब से दूसरे राज्यों को अनाज भेजने में भारी दिक्कत आ रही थी. पंजाब सरकार इसे केंद्र का आर्थिक प्रतिबंध बता रही थी लेकिन अब दोनों को मिलकर बीच का रास्ता निकालने का मौका मिला है.


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