नई दिल्लीः भारतीय रेलवे पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप में पहली यात्री गाड़ी की शुरुआत तेजस ट्रेन से करेगी. सबसे पहले इसे आईआरसीटीसी को दिया जाएगा. क्योंकि आईआरसीटीसी पहले से ही रेलवे की पर्यटन गाड़ियों को पीपीपी मॉडल से चला रही है और इसका उसे अनुभव है. इसके बाद आईआरसीटीसी इसे प्राइवेट पार्टनर को लीज़ पर देगी.


सबसे पहले तेजस लखनऊ से दिल्ली को सुबह के समय चलेगी और शाम को दिल्ली से लखनऊ को. क्योंकि सुबह दिल्ली से लखनऊ को शताब्दी पहले ही चल रही है.


रेलवे ने 2016 में तेजस ट्रेन की घोषणा की थी और 2017 में पहली तेजस ट्रेन मुंबई से गोवा (सीएसटीएस से कर्माली) को चलाई गई जो कि 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से चल रही है. इसमें हर सीट पर एलईडी स्क्रीन और ईयरफोन दिया गया है.


हालांकि इस पर कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी ने कहा है कि रेलवे में दुनिया की पूरी आबादी से भी ज़्यादा लोग सफ़र करते हैं. रेलवे को आम आदमी और गरीब जनता के लिए हमने बनाया है और इसका लालन पालन किया है. अब रेलवे निजीकरण और निगमीकरण से अपने मूल दायित्व से पीछा छुड़ा रही है. ये आम जनमानस के साथ धोखा है.


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