पटना: बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने बुधवार को करीब आठ महीने पुरानी नीतीश सरकार का रिपोर्ट कॉर्ड जारी किया. इस रिपोर्ट कॉर्ड के बहाने तेजस्वी ने नीतीश सरकार पर कई आरोप लगाए, वहीं उन्होंने कहा कि बिहार में विकास कार्य पूरी तरह ठप हो चुका है.


पटना में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में तेजस्वी यादव ने आरजेडी की ओर से सरकार का रिपोर्ट कॉर्ड (आरोप पत्र) जारी करते हुए कहा कि बिहार सरकार प्रत्येक साल रिपोर्ट कॉर्ड जारी करती है, लेकिन इस साल उसके पास बताने के लिए कुछ नहीं था, इसलिए रिपोर्ट कॉर्ड जारी नहीं किया गया. उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर बिहार को विशेष राज्य के दर्जे की मांग को लेकर निशाना साधा, "बहुत सालों बाद बिहार और केंद्र में एक गठबंधन की सरकार है, लेकिन बिहार को इसका कोई लाभ नहीं मिल रहा. पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित विशेष पैकेज भी नहीं मिला है."


तेजस्वी यादव ने बिहार में शराबबंदी को पूरी तरह असफल बताते हुए कहा, "यहां की सरकार दिल्ली और नागपुर से चलाई जा रही है. बिहार में दलितों पर अत्याचार में बढ़ोतरी हुई है. खुलेआम शराब की 'होम डिलिवरी' हो रही है."


पूर्व उपमुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि शराबबंदी कानून के जरिए दलितों और अति पिछड़ों पर अत्याचार किया जा रहा है, और इस कानून के तहत गिरफ्तार एक लाख तीस हजार में से ज्यादातर लोग दलित और अति पिछड़े हैं.


बिहार में विकास के लिए विधानसभा चुनाव में महागठबंधन के 'सात निश्चय योजना' को भूल जाने का आारोप लगाते हुए तेजस्वी यादव ने कहा, "इस योजना को सरकार भूल गई है. बीजेपी भी मानती है कि यह योजना एनडीए सरकार की नहीं है." उन्होंने बिहार में घोटाले का भी जिक्र करते हुए सरकार को आड़े हाथ लिया.


गौरतलब है कि पिछले विधानसभा चुनाव में जेडीयू, कांग्रेस और आरजेडी के महागठबंधन को सफलता मिली थी, लेकिन भ्रष्टाचार के एक मामले में तेजस्वी के आरोपी बनाए जाने के बाद नीतीश ने महागठबंधन से अलग होने का फैसला लिया. उन्होंने बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाई थी.