पटना: नागरिकता कानून को लेकर आरजेडी ने कल बिहार में राज्यव्यापी बंद का एलान किया था. इस ऐलान से पहले आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने साफ कहा था कि बंद बिल्कुल शांतपूर्ण होगा और किसी तरह की कोई हिंसा नहीं की जाएगी. बंद से पहले आरजेडी ने प्रशासन को चेतावनी भी दी कि अगर आरजेडी के बंद पर सरकार की तरफ से किसी ने भी हानि पहुंचाने की कोशिश की तो अंजाम भुगतने को तैयार रहें.


तेजस्वी यादव ने जो शांति की अपील की थी वो शायद जमीन पर उनके कार्यकर्ताओं तक नहीं पहुंची. RJD के सारे वादे और दावे तब हवा हो गए जब पार्टी के जिला अध्यक्ष कैमरे के सामने शांतिपूर्ण प्रदर्शन की बात करने के चंद सेकंड बाद ही शांति का पाठ भूल गए औऱ हिंसा पर उतर आए.


भागलपुर में एबीपी न्यूज़ के कैमरे पर ही जिलाध्यक्ष शांति से प्रदर्शन की बात करते करते अचानक एक ऑटो रिक्शा वाले की ओर भागे उसके ऑटो पर डंडे हमला कर दिया. जिलाध्यक्ष के साथ ही उनके कई समर्थक भी ऑटो रिक्शा पर टूट पड़े.


ABP न्यूज पर चली इस खबर का संज्ञान लेते हुए RJD ने इन जनाब की जिलाध्यक्ष पद से छुट्टी कर दी. तेजस्वी यादव ने एक ट्वीट में ABP न्यूज की एंकर रुबिका लियाकत को जिलाध्यक्ष पर की गई कार्रवाई की जानकारी दी. तेजस्वी ने ट्वीट किया, ''रुबिका जी, बिहार बंद के दौरान संबंधित पार्टी के दिशा-निर्देशों का पालन नहीं करने के कारण कठोर अनुशासनात्मक कारवाई करते हुए जिलाध्यक्ष को पद से हटा दिया गया है. ऑटोरिक्शा वाले को चिह्नित कर पार्टी द्वारा उन्हें हुए नुकसान की भरपाई की जाएगी.''





शांतिपूर्ण प्रदर्शन का दावा कर हिंसा के इस वीडियो को नेताओं के दोहरे चरित्र का सबूत कहना गलत नहीं होगा. तेजस्वी यादव ने कार्रवाई कर डैमेज कंट्रोल की कोशिश तो की लेकिन आरजेडी की साख को बट्टा तो लग ही चुका था.