नई दिल्ली: कर्नाटक में सियासी नाटक अभी खत्म भी नहीं हुआ है कि इसकी आंच अब दूसरे राज्यों में भी पहुंचने लगी है. गोवा और बिहार में सबसे बड़ी पार्टी को बहुमत साबित करने के लिए न्योता देने की मांग उठी है. बता दें कर्नाटक में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी लेकिन उसके पास बहुमत नहीं है. कल राज्यपाल ने बीजेपी को सरकार बनाने का न्योता दिया इसके बाद आज सुबह बीएस येदुरप्पा ने सीएम पद की शपथ ली.


गोवा में कांग्रेस ने कहा- हमें मिले मौका
गोवा में विपक्ष के नेता बाबू तवलेकर ने राज्यपाल से मिलने का वक्त मांगा. कांग्रेस का कहना है कि कर्नाटक की तर्ज पर गोवा में भी सबसे बड़ी पार्टी को सरकार बनाने के लिए बुलाया जाए. गोवा कांग्रेस अध्यक्ष गिरीश चोडांकर ने ट्वीट कर कहा कि दो राज्यों के लिए दो अलग अलग मानदंड क्यों? बता दें कि 40 विधायकों वाली गोवा विधानसभा में कांग्रेस के 16 विधायक हैं.





तेजस्वी बोले- बीजेपी के तर्क पर दावा ठोंक रहा हूं
गोवा के बाद बिहार से भी सबसे बड़ी पार्टी को सरकार बनाने का न्योता देने की मांग उठी है. पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने राज्यपाल से मिलने का वक्त मांगा है. तेजस्वी यादव ने ट्वीट किया, ''कर्नाटक में लोकतंत्र की हत्या के विरोध में कल पटना में राजद का एक दिवसीय धरना होगा. हम राज्यपाल महोदय से मांग करते है कि वो वर्तमान बिहार सरकार को भंग कर कर्नाटक की तर्ज़ पर राज्य की सबसे बड़ी पार्टी राजद को सरकार बनाने का मौका दें. मैं भाजपा के तर्क पर यह दावा ठोंक रहा हूं.'' बता दें बिहार में आरजेडी के 80, जेडीयू के 71 और बीजेपी के 53 विधायक हैं.





कर्नाटक में येदुरप्पा के बहुमत पर सवाल
कर्नाटक में बीएस येदुरप्पा तीसरी बार सीएम बन गए हैं, उन्होंने आज सुबह शपथ ली. लेकिन इसके बाद भी बड़ा सवाल बना हुआ है कि 104 सीट वाली बीजेपी सदन में बहुमत कैसे साबित करेगी. बता दें कि र्नाटक में सरकार बनाने को लेकर मिडनाइट ड्रामे के बाद सुप्रीम कोर्ट ने सुबह 5.30 बजे येदुरप्पा के शपथ ग्रहण पर रोक लगाने से इनकार कर दिया.


सुप्रीम कोर्ट ने कोर्ट कांग्रेस की याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा शुक्रवार सुबह 10.30 बजे मामले को फिर से सुना जाएगा. सुप्रीम कोर्ट ने बीजेपी से उन विधायकों की लिस्ट भी सौंपने को कहा है जो उसे समर्थन दे रहे हैं.