तेजस्वी यादव ने कार्यकर्ताओं से कहा- अच्छा बने रहें तो नीतीश कुमार ने दोस्तों को फोन घुमाया
तेजस्वी यादव ने कहा कि वोटों की गिनती के दिन नतीजे चाहे जो रहें सब संयम में रहें. किसी के साथ अभद्र व्यवहार न करें. वहीं नीतीश कुमार अभी भी अपनी जीत को लेकर आश्वस्त हैं.
नई दिल्ली: एग्ज़िट पोल के नतीजों के बाद नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव आज अपने घर पर ही रहे. सभी पोल में महागठबंधन को बढ़त दिखाई गई है. कुछ में तो तेजस्वी यादव को बहुमत से सरकार बनाते बताया गया है. लेकिन किसी भी पोल में एनडीए को महागठबंधन से आगे नहीं बताया गया है. लेकिन नीतीश कुमार को लगता है कि सरकार फिर से एनडीए की ही बनेगी.
तेजस्वी यादव पटना में दस सर्कुलर रोड वाले सरकारी घर पर ही रहे. ये बंगला उनकी मां और पूर्व सीएम राबड़ी देवी के नाम पर है. वे आज काफ़ी देर से उठे. लगातार चुनाव प्रचार के बाद वे काफ़ी थक गए हैं. तेजस्वी यादव ने अकेले ही इस बार 251 चुनावी रैलियां की हैं. उन्होंने एक दिन में 19 सभायें करने का रिकॉर्ड बनाया है. उनके पिता लालू यादव ने 17 रैलियां की थीं.
9 नवंबर को तेजस्वी यादव का बर्थ-डे है. पटना में कई जगहों पर उनको बधाई देते हुए होर्डिंग और बैनर लग गए हैं. लेकिन तेजस्वी यादव के ऑफिस से आरजेडी कार्यकर्ताओं और समर्थकों को ऐसा करने से मना किया गया है. लोगों से कहा गया है कि वे ऐसा कुछ भी न करें जिससे पब्लिक को किसी तरह की कोई परेशानी हो. पता चला है कि तेजस्वी अपने परिवार के साथ घर पर ही बर्थ डे का केक काटेंगे. आरजेडी के समर्थकों से किसी भी तरह के तड़क भड़क और बड़े आयोजन न करने को कहा गया है.
10 नवंबर को क्या करें, क्या न करें? तेजस्वी यादव ने इसके लिए भी गाइडलाइन जारी कर दिया है. उस दिन बिहार में वोटों की गिनती है. तेजस्वी ने ट्वीट कर कहा है उस दिन नतीजे चाहे जो रहें सब संयम से रहें. किसी के साथ अभद्र व्यवहार न करें. हर्ष फ़ायरिंग न करें. तेजस्वी ने अपने समर्थकों से विरोधियों के साथ भी सम्मानजनक व्यवहार करने को कहा है. आरजेडी ने नतीजे आने से पहले अपने पार्टी नेताओं को मीडिया से दूर रहने को कहा है. तेजस्वी को डर है कि उनके समर्थक लालू राज की तरह न करने लगें. उन्होंने बड़ी मेहनत से अपनी अलग छवि बनाई है. थोड़ी सी चूक विपक्ष को जंगलराज रिटर्न्स कहने का मौक़ा दे सकती हैं
नीतीश कुमार अब भी अपनी जीत को लेकर आश्वस्त हैं. कल रात अपनी पार्टी के करीबी नेताओं को उन्होंने ये बात बताई. नीतीश ने बताया कि उनके मामले में एग्ज़िट पोल तो आम तौर पर ग़लत ही साबित होते रहे हैं. अपनी बात के समर्थन में उन्होंने पिछले विधानसभा चुनाव का ज़िक्र भी किया. जब वे लालू यादव के साथ मिल कर लड़े थे. तब बीजेपी की जीत के दावे किए जा रहे थे. नीतीश ने कहा कि पोल करने वाले गरीब और गांव वालों तक पहुंच नहीं पाते हैं.
बिहार के कई मंत्री और जेडीयू के नेता आज नीतीश कुमार से मिलना चाहते थे. लेकिन उन्हें मना कर दिया गया. आज उन्होंने स्कूल और कॉलेज के अपने कुछ साथियों से फ़ोन पर बातचीत की. उनका हाल चाल लिया. घर परिवार के बारे में पूछा. पुराने दिनों की यादें ताज़ा की गईं. उनके कुछ पुराने साथियों ने चुनावी नतीजों को लेकर बात करने की कोशिश की. लेकिन नीतीश कुमार ने उन्हें गोल गोल घुमा दिया.
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