पटना: बिहार में महागठबंधन की सरकार पर संकट गहराता जा रहा है. लगातार बयानबाजी जेडीयू और आरजेडी के बीच तल्खी को और बढ़ा रही है. हालांकि शुक्रवार को सोनिया गांधी के हस्तक्षेप के बाद लगा कि विवाद सुलझने की ओर बढ़ रहा है. लेकिन इसी बीच आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बयान ने बिहार में सरकार पर संकट बढ़ा दिया है. लालू यादव ने साफ कर दिया है कि उनके बेटे और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव इस्तीफा नहीं देंगे. तो वहीं सीएम नीतीश कुमार के कार्यक्रम में तेजस्वी यादव के शामिल नहीं होने से महागठबंधन में तकरार और बढ़ती नजर आ रही है. जानें वो 5 बड़ी बातें जिससे संकट में दिख रही है बिहार की महागठबंधन सरकार ?


1- तेजस्वी के इस्तीफे से लालू का इन्कार


राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव अपने बेटे तेजस्वी को लेकर झुकने के लिए तैयार नहीं हैं. शुक्रवार को लालू ने दो टूक कहा कि उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव के इस्तीफे का सवाल ही नहीं उठता. मुझे किसी को सफाई देने की जरूरत नहीं है. ईडी और सीबीआई जब बुलाएगी तब मैं सफाई दूंगा.


2- 'बीजेपी गिराना चाहती है सरकार'


लालू यादव ने कहा, "आरजेडी की ओर से महागठबंधन पर कोई आंच नहीं आने दिया जाएगा और जिसको जो करना है, करे." लेकिन साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी बिहार सरकार को गिराना चाहती है. गौरतलब है कि लालू यादव के बेटे औऱ डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद जेडीयू के नेता लगातार उनपर इस्तीफे का दबाव बना रहे हैं.


3- नीतीश की छवि से समझौता नहीं


जेडीयू नेताओ का साफ कहना है कि नीतीश कुमार अपनी साफ सुथरी छवि के साथ कभी समझौता नही करेंगे. जेडीयू नेताओं के ये बयान नीतीश कुमार पर इस बात का दबाव बना रहे हैं कि वो तेजस्वी यादव के बारे में जल्द से जल्द कोई फैसला लें क्योंकि ये मामला सीधे उनकी छवि से जुड़ा हुआ है.


4- JDU-RJD के तेवर और तल्ख


तेजस्वी के इस्तीफे की मांग को लालू की ओर से खारिज करने के बाद जहां एक तरफ जेडीयू के तेवर और तल्ख हो गए हैं. जेडीयू नेता श्याम रजक ने कहा, ''लालू बुजुर्ग हो गए हैं. लोकतंत्र में जनता मालिक है. तेजस्वी को अपना हिसाब देना चाहिए. इस मामले में नीतीश कुमार जल्द फैसला लेंगे.'' तो वहीं दूसरी तरफ आरजेडी के नेता भी पलटवार करने में पीछे नहीं हैं. हालांकि अभी तक लालू और नीतीश कुछ भी खुलकर बोलने से बच रहे हैं तो वहीं दोनों पार्टी के नेता एक-दूसरे पर निशाना साधने से नहीं चूक रहे हैं.


5- 'कांग्रेस के हस्तक्षेप से भी नहीं बनी बात'


महागठबंधन में झगड़े को सुलझाने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का हस्तक्षेप भी सार्थक होता नहीं दिख रहा है. शुक्रवार को सीएम नीतीश कुमार से सोनिया गांधी की बातचीत के बाद ये विवाद सुलझता नजर आ रहा था लेकिन शनिवार को लालू के बयान ने कांग्रेस के प्रयास को निरर्थक कर दिया.


बिहार के महागठबंधन में 'गांठ' हुई और सख्त


बिहार में सत्ताधारी महागठबंधन में राष्ट्रपति चुनाव के उम्मीदवार को लेकर बनी 'गांठ' भ्रष्टाचार के सालों पुराने मामले में फंसे उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद के इस्तीफे को लेकर और सख्त हो गई है. हालांकि इस मुद्दे को लेकर आरजेडी और जेडीयू के बीच खिची तलवार को किसी भी दल ने फिर से म्यान में रखने की कोशिश अब तक नहीं की है. वैसे, दोनों दल अपने बयानों से सियासी दांव-पेच भी आजमा रहे हैं.


जानें क्या है पूरा मामला ?


आपको बता दें कि तेजस्वी के खिलाफ ये मामला साल 2004 का है, जब वह 14 साल के थे और उनके पिता देश के रेलमंत्री थे. आरोप है कि उन्होंने रेलवे के दो होटल बनवाने का लाइसेंस एक निजी कंपनी को दिलाया और उसके एवज में उन्हें पटना में तीन एकड़ जमीन दी गई. इस मामले में सीबीआई ने बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है. केस दर्ज होने के बाद से तेजस्वी पर इस्तीफे का दबाव बढ़ गया है.