तेलंगाना में 15 सितंबर को चुनावी बिगुल फूंकेंगे अमित शाह
तेलंगाना बीजेपी इकाई के अध्यक्ष के लक्ष्मण ने कहा था कि दिल्ली में शनिवार और रविवार को होने वाली पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में तेलंगाना चुनावों के मुद्दे पर चर्चा की जाएगी.
हैदराबाद: तेलंगाना में विधानसभा भंग होते ही राज्य में चुनावी सरगर्मी बढ़ गई है. एक ओर तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) प्रमुख और एक्टिंग सीएम के चंद्रशेखर राव एक के बाद एक रैली कर रहे हैं तो वहीं भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने भी अपनी कमर कस ली है. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह महबूबनगर में 15 सितंबर को जनसभा कर तेलंगाना विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी अभियान की शुरुआत करेंगे.
बीजेपी के विधान पार्षद एन रामचंद्र राव ने कहा है कि इस अभियान में पार्टी के राष्ट्रीय स्तर के नेताओं और बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के भी शिरकत करने की संभावना है. उन्होंने बताया कि चुनाव होने तक नेताओं के लगातार यहां आने की संभावना है. राव ने कहा, “बीजेपी हर विधानसभा में जनसभाएं आयोजित करेगी और पार्टी केवल राज्य का घोषणापत्र ही नहीं बल्कि ‘स्थानीय घोषणापत्र’ भी जारी करेगी.
तेलंगाना बीजेपी इकाई के अध्यक्ष के लक्ष्मण पहले ही पार्टी के विधानसभा चुनाव अकेले लड़ने की घोषणा कर चुके हैं. लक्ष्मण ने कहा था कि दिल्ली में शनिवार और रविवार को होने वाली पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में तेलंगाना चुनावों के मुद्दे पर चर्चा की जाएगी.
यूपी की तर्ज पर चुनाव लड़ सकती है बीजेपी
बीजेपी तेलंगाना में भी उत्तर प्रदेश की ही तरह हिंदू वोटों के ध्रुवीकरण में जुट गई है. इसके लिए बीजेपी ने तैयारियां भी कर ली हैं. पार्टी योगी आदित्यनाथ जैसी छवि वाले साधु से नेता बने परिपूर्णानंद स्वामी को चुनाव में उतारने की तैयारी कर रही है.
चंद्रशेखर राव ने करवाई विधानसभा भंग
बता दें कि चंद्रशेखर राव ने विधानसभा भंग करने की अनुशंसा की थी और मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. कैबिनेट के फैसले के बाद राज्यपाल ने विधानसभा भंग कर दिया. राज्यपाल ने कहा कि उन्होंने राव का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है और उनसे कार्यवाहक मुख्यमंत्री बने रहने के लिए कहा है. पहले तेलंगाना विधानसभा चुनाव अगले साल लोकसभा चुनावों के साथ होने वाले थे.
तेलंगाना में फिलहाल बीजेपी ज्यादा मजबूत नहीं है और अब तो टीआरएस भी उसका साथ छोड़ चुकी है. ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि आखिर किस तरह से बीजेपी दक्षिण के इस राज्य पर अपना भगवा झंडा फहराती है.