Telangana Assembly Election 2023: तेलंगाना विधानसभा (Telangana Assembly) की 119 सीटों पर 30 नवंबर को चुनाव होंगे. चुनावों से पहले टिकट बंटवारे को लेकर कांग्रेस (Congress) में भड़की बगावत थमने का नाम नहीं ले रही है.
प्रदेश इकाई में असंतोष बरकरार है और वरिष्ठ नेताओं से लेकर पूर्व मंत्री तक पार्टी छोड़कर भारत राष्ट्र समिति (BRS) की तरफ रूख कर रहे हैं. केसीआर की बीआरएस भी इन बागी नेताओं को लुभाने का हरसंभव प्रयास कर रही है.
टिकट नहीं मिला तो दिया इस्तीफा
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री नागम जनार्दन रेड्डी ने विधानसभा चुनाव का टिकट नहीं मिलने पर पार्टी छोड़ दी है. नागम ने अपना इस्तीफा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) को भेज दिया है. कांग्रेस के प्रमुख नेता टिकट नहीं मिलने पर सबसे पुरानी पार्टी को छोड़ने को मजबूर हो गए हैं.
जीत की हैट्रिक बनाने की कोशिश में जुटी बीआरएस
2014 से के चंद्रशेखर राव (KCR) के नेतृत्व वाली बीआरएस पार्टी सत्ता पर काबिज है और इस बार जीत की हैट्रिक बनाने को आतुर है. वहीं, पार्टी में बगावत करने वालों को लेकर कांग्रेस का कहना है कि चुनावी मैदान में जीतने की क्षमता रखने वालों के चयन की एक प्रक्रिया है. उसके तहत ही प्रत्याशियों को चुनाव लड़ने का मौका दिया जाता है.
केसीआर से कई बागी कांग्रेसी नेताओं ने की मुलाकात, पार्टी भी छोड़ी
गौरतलब है कि रेड्डी को बीआरएस में शामिल होने का न्योता मिला था और उसके बाद उन्होंने कांग्रेस को अलविदा कह दिया. गत रविवार (29 अक्टूबर) को बीआरएस अध्यक्ष केसीआर से उनकी मुलाकात भी हुई थी.
वहीं, कांग्रेस के दिवंगत दिग्गज नेता पी जनार्दन रेड्डी के बेटे पूर्व विधायक पी विष्णु वर्धन रेड्डी ने भी केसीआर से मुलाकात की थी. यह मुलाकात जुबली हिल्स सीट से भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कैप्टन मोहम्मद अजहरुदीन (Mohammad Azharuddin) को उम्मीदवार घोषित किए जाने के बाद हुई.
कांग्रेस ने 100 सीटों पर किया प्रत्याशियों का ऐलान
तेलंगाना विधानसभा की सीटों के लिए प्रत्याशियों की दूसरी लिस्ट में 45 नामों की घोषणा की थी, जिसमें अजहरुदीन पार्टी की पहली पसंद बने. 27 अक्टूबर को निकाली गई दूसरी लिस्ट को मिलाकर पार्टी अब तक 119 सीटों में से 100 के लिए उम्मीदवारों के नाम घोषित कर चुकी है.
विष्णु वर्धन रेड्डी को टिकट नहीं, बहन विजया रेड्डी को चुनावी मैदान में उतारा
टिकट नहीं मिलने से नाराज ऐसे कई और उम्मीदवारों के बीआरएस में शामिल होने की प्रबल संभावना जताई जा रही है. राज्य कांग्रेस मुख्यालय गांधी भवन में कथित तौर पर एंट्री नहीं किए जाने से गुस्साये विष्णु वर्धन रेड्डी के समर्थकों ने दो दिन पहले वहां पर पोस्टर फाड़ दिए थे और पथराव भी किया था. हालांकि कांग्रेस ने खैरताबाद (Khairatabad) सीट पर विष्णु वर्धन रेड्डी की बहन विजया रेड्डी को चुनावी मैदान में उतारा है.
कांग्रेस छोड़ बीआरएस में शामिल हुए ये कांग्रेसी नेता
इससे पहले पूर्व विधायक एर्रा शेखर, पूर्व पीसीसी अध्यक्ष और पूर्व मंत्री पोन्नाला लक्ष्मीया भी जनगांव सीट से टिकट नहीं मिलने पर कांग्रेस छोड़ कर बीआरएस में शामिल हो गए. एक अन्य उम्मीदवार सुभाष रेड्डी तो टिकट नहीं दिये जाने पर रो पड़े थे.
असंतुष्टों को मनाने की कोशिश कर रही कांग्रेस
तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष चमाला किरण कुमार रेड्डी ने मंगलवार को कहा कि जीत की संभावना को देखते हुए पार्टी ने प्रत्याशियों का चयन किया है जोकि 10 साल से सत्ता से बाहर है. कांग्रेस में असंतुष्ट नेताओं को मनाने की कोशिश भी जा रही है. वहीं इस तरह की अटकलें भी लगाई जा रही हैं कि बीजेपी के पूर्व सांसद विवेक वेंकटस्वामी कांग्रेस में आ सकते हैं.