Telangana Election 2023: तेलंगाना में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की ओर से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तो कांग्रेस की ओर से राहुल गांधी और सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) प्रमुख के. चंद्रशेखर राव जैसे शीर्ष नेताओं के धुंआधार चुनाव प्रचार के बाद अब बृहस्पतिवार (30 नवंबर) को 119 सदस्यीय राज्य विधानसभा चुनाव के लिए मतदान की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. राज्य भर में 35,655 मतदान केंद्र बनाए गए हैं जहां कुल पंजीकृत 3.26 करोड़ मतदाता हैं.
आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार (29 नवंबर) को बताया कि 106 निर्वाचन क्षेत्रों में सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक और 13 वामपंथी उग्रवाद (एलडब्ल्यूई) प्रभावित निर्वाचन क्षेत्रों में सुबह 7 बजे से शाम 4 बजे तक मतदान होगा. इस चुनाव में 2,290 उम्मीदवार मैदान में हैं जिनमें मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव, उनके मंत्री-बेटे के. टी. रामाराव, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ए. रेवंत रेड्डी और बीजेपी के लोकसभा सदस्य बी. संजय कुमार और डी अरविंद शामिल हैं.
बीजेपी, पवन कल्याण की पार्टी जन सेना मिलकर लड़ रहीं चुनाव
सत्तारूढ़ बीआरएस ने सभी 119 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं जबकि बीजेपी सीट बंटवारे के समझौते के अनुसार स्वयं 111 सीटों पर लड़ रही है और शेष 8 सीटों पर अभिनेता पवन कल्याण की अगुवाई वाली जन सेना चुनावी मैदान में उतरी है. कांग्रेस ने अपनी सहयोगी भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) को एक सीट दी है और स्वयं शेष 118 सीट पर लड़ रही है. असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाली ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिममीन (एआईएमआईएम) ने हैदराबाद शहर के 9 निर्वाचन क्षेत्रों में अपने उम्मीदवार उतारे हैं.
तेलंगाना बनने के बाद से सत्ता पर काबिज है बीआरएस
बीआरएस 2014 में शुरू हुई अपनी जीत के सिलसिले को आगे भी कायम रखने को लेकर उत्सुक है जबकि कांग्रेस 2018 में और उससे 4 साल पहले हारने के बाद सत्ता पर काबिज होने के लिए संघर्ष कर रही है. कांग्रेस नीत संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) सरकार के दौरान ही तेलंगाना को अविभाजित आंध्र प्रदेश से अलग कर राज्य का दर्जा दिया गया था. इस दक्षिणी राज्य में पहली बार सत्ता में आने के लिए बीजेपी भी कोई कसर नहीं छोड़ रही है.
इस बार दो सीटों पर चुनाव लड़ रहे मुख्यमंत्री केसीआर
इस चुनाव में मुख्यमंत्री केसीआर दो निर्वाचन क्षेत्रों गजवेल और कामारेड्डी में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. वह निवर्तमान विधान सभा में गजवेल का प्रतिनिधित्व करते हैं. कामारेड्डी और गजवेल में रोमांचक मुकाबले देखने को मिल रहा है. कांग्रेस ने कामारेड्डी में मुख्यमंत्री का मुकाबला करने के लिए अपने प्रदेश अध्यक्ष रेवंत रेड्डी को मैदान में उतारा है जबकि बीजेपी उम्मीदवार वेंकट रमण रेड्डी भी मजबूत माने जा रहे हैं.
गजवेल में बीजेपी ने कद्दावर नेता एटाला राजेंद्र मैदान में उतारे
गजवेल में बीजेपी ने मुख्यमंत्री राव के खिलाफ अपने चुनाव अभियान अध्यक्ष एटाला राजेंद्र को मैदान में उतारा है. लोकसभा सदस्य रेवंत रेड्डी कोडंगल से भी चुनाव लड़ रहे हैं जिसका उन्होंने पहले प्रतिनिधित्व किया था. बीजेपी के राजेंद्र हुजुराबाद से दोबारा विधानसभा पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं. अपने चुनाव प्रचार अभियान के तहत प्रधानमंत्री मोदी ने राज्य की राजधानी हैदराबाद में एक विशाल रोड शो किया और इसके अलावा, कामारेड्डी, निर्मल, महेश्वरम और करीमनगर सहित राज्य में लगातार 3 दिनों तक कई जनसभाओं को संबोधित किया.
बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी किया चुनाव प्रचार
बीआरएस के लिए मुख्यमंत्री राव ने प्रचार अभियान के दौरान 96 जनसभाओं को संबोधित किया. बीआरएस, कांग्रेस और बीजेपी के अलावा बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने भी राज्य में चुनाव प्रचार में हिस्सा लिया.
'चुनावी ड्यूटी में लगाए गए 2.5 लाख से अधिक कर्मचारी'
मुख्य निर्वाचन अधिकारी विकास राज ने कहा है कि विधानसभा चुनाव के लिए 2.5 लाख से अधिक कर्मचारियों को ड्यूटी पर लगाया गया है. मतों की गिनती 3 दिसंबर को होगी. तेलंगाना में पहली बार दिव्यांगों और 80 वर्ष से अधिक उम्र के मतदाताओं को घर पर मतदान की सुविधा प्रदान की जाएगी. निर्वाचन आयोग ने आईटी कंपनियों सहित सभी निजी प्रतिष्ठानों को 30 नवंबर को छुट्टी घोषित करने का आदेश दिया है ताकि कर्मचारी अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें.