हैदराबादः तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने गुरुवार को कहा कि राज्य में लॉकडाउन लगाने की योजना नहीं है क्योंकि इससे जन-जीवन के साथ ही अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ेगा. राव ने कहा कि पूर्व के अनुभव से पता चलता है कि कोविड-19 को रोकने में लॉकडाउन कारगर कदम नहीं है.
लॉकडाउन से प्रवासी मजदूर होंगे प्रभावित
मुख्यमंत्री ने कहा कि तेलंगाना में 25 से 30 लाख प्रवासी मजदूर हैं और 2020 में लॉकडाउन के दौरान उनके जीवन पर बहुत बुरा असर पड़ा था. उन्होंने कहा, ‘‘अगर ये लोग (कामगार) फिर से चले जाएंगे तो राज्य को बड़ा नुकसान होगा क्योंकि तेलंगाना को फसल की बुआई के मौसम में भारी संख्या में श्रमिकों की जरूरत है.’’
आधिकारिक विज्ञप्ति में राव के हवाले से कहा गया, ‘‘पूर्व के अनुभवों को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने लॉकडाउन नहीं लगाने का फैसला किया है.’’ बता दें कि देशभर में कोरोना वायरस के सबसे खतरनाक स्ट्रेन का पता आंध्रप्रदेश में लगा है. जिसके कारण आंध्र प्रदेश, तेंलगाना, उड़ीसा और छत्तीसगढ़ सबसे ज्यादा प्रभावित बताए जा रहे हैं.
15 गुना ज्यादा प्रभावी स्ट्रेन
देश में लगातार खतरनाक स्वरूप में सामने आ रहे कोरोनावायरस संक्रमण के एक नए स्ट्रेन का पता चला है, डॉक्टरों की एक टीम को आंध्रप्रदेश में कोरोना वायरस के 15 गुना ज्यादा एन 440 के स्ट्रेन का पता चला है. इसे लेकर सेंटर फॉर सेल्यूलर एंड माइक्रोबायोलॉजी (सीसीएमबी) के वैज्ञानिकों का अनुमान है कि देश के कई राज्यों में इस स्ट्रेन से काफी ज्यादा संख्या में लोगों के संक्रमित होने का अनुमान है.
बेहद खतरनाक है ये स्ट्रेन
सेंटर फॉर सेल्यूलर एंड माइक्रोबायोलॉजी (सीसीएमबी) के वैज्ञानिकों का कहना है कि इससे पहले भारत में पाए गए स्ट्रेन वी1.617 और वी1.618 से भी अधिक खतरनाक है. एक डॉक्टर का कहना है कि इस नए स्ट्रेन की चपेट में आने से व्यक्ति केवल 3 से4 दिन के अंदर ही ऑक्सीजन की कमी से जूझने लगता है. वायरस का यह स्ट्रेन सबसे पहले आंध्रप्रदेश के करनूल में सामने आया था. जिसके बाद महाराष्ट्र और तेलंगााना में दिखा है.
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