Telangana TRS Protest: सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति पार्टी (टीआरएस) राज्य के किसानों से धान की खरीदी की मांग को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रही है. गुरुवार को तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर के नेतृत्व में पूरे कैबिनेट, MLAs, MLCs, MPs के साथ हैदराबाद के इंदिरा पार्क में महाधरना पर बैठे थे. जिसमें जनता द्वारा चुने गए सभी नेता भी शामिल थे, सैंकड़ों की संख्या में टीआरएस कार्यकर्ता भी इस धरने में शामलि हुए.
धान खरीद को लेकर टीआरएस और बीजेपी में तकरार
धान की खरीद को लेकर तेलंगाना में टीआरएस और बीजेपी के बीच पिछले कई दिनों से तनाव चल रहा है. वहीं अब तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने केंद्र सरकार से धान की खरीद के साथ पारदर्शी और स्पष्ट होने और खरीद का लक्ष्य भी निर्धारित करने को कहा है. उन्होंने प्रधानमंत्री को पत्र भी लिखा है. सत्तारूढ़ टीआरएस पार्टी के सांसद, विधायक और एमएलसी मिलकर मुख्यमंत्री के नेतृत्व में 18 नवंबर को सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक एक महाधरना का आयोजन किया था.
केंद्र से धान खरीदने का आग्रह
महाधरना के दौरान टीआरएस ने बीजेपी शाषित केंद्र सरकार से राज्य के किसानों से धान खरीदने का आग्रह किया गया, इस धरना स्थल से टीआरएस नेताओं ने बीजेपी पर जमकर हमला भी बोला. इस धरने के बाद टीआरएस के कुछ नेता मिलकर इस मुद्दे पर तेलंगाना के राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन को अपना प्रतिवेदन देने के लिए राजभवन गए थे. टीआरएस ने कहा कि केंद्र सरकार राज्य से धान खरीदने में दोहरा रवैया अपना रही है. उन्होंने ये भी कहा कि केंद्र प्रत्येक राज्य के साथ अलग-अलग तरीकों से बर्ताव रहा है.
बीजेपी पर किसानों को गुमराह करने का आरोप
धरना स्थल से तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर ने प्रधानमंत्री मोदी से पूछा कि तेलंगाना के किसान रबी फसल उगाए कि नहीं, आप रबी फसल की धान की खरीदी को तैयार हैं कि नहीं, अगर आप तैयार हैं तो हम किसी तरह गिर पड़कर धान उगाएंगे. उन्होंने कहा कि बीजेपी झूठ बोलकर लोगों को गुमराह कर रही है, हम 2-3 दिन तक इन्तजार करेंगे, फिर अपना युद्ध शुरू करेंगे, जितना दूर तक जाना है जाएंगे, सभी से बातचीत चल रही है.
तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर ने आगे कहा कि हम केंद्र सरकार को चेतावनी देना चाहते हैं कि हमने जंग छेड़ दी है, हम आपसे या आपके जांच से हम नहीं डरने वाले हैं, हम जनता के लिए काम कर रहे हैं, सत्ता के लिए नहीं. यह किसानों की जिंदगी का सवाल है, हम उनकी बर्बादी नहीं चाहते हैं. इससे पहले तेलंगाना के नालगोंडा और सूर्यापेट जिले में टीआरएस और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच जमकर पत्थर और अंडे फेंके गए थे.