Presidential Election: राष्ट्रपति चुनाव के लिए तीसरा मोर्चा खड़ा करने के जुगाड़ में तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर
KCR Meetings: जुलाई में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. वो विपक्षी पार्टियों के नेताओं के साथ मुलाकात कर रहे हैं.
TRS President: तेलंगाना राष्ट्र समिति (TRS) के अध्यक्ष और मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव(K Chandrashekhar Rao) इन दिनों तीसरा मोर्चा खड़ा करने की जुगाड़ में लगे हुए हैं. इसको लेकर उन्होंने बैठक भी की हैं और कई नेताओं के साथ मुलाकात भी करने वाले हैं. दरअसल जुलाई के महीने में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से पहले वो इस मार्चे को खड़ा करना चाहते हैं और राष्ट्रपति पद के लिए एनडीए के उम्मीदवार को चुनौती देना चाहते हैं.
अंग्रेजी अखबार इकोनॉमिक टाइम्स में छपी खबर के मुताबिक केसीआर विपक्षी नेताओं से लगातार मुलाकात कर रहे हैं और वो एनडीए के साथी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को भी इस मोर्चे में शामिल करने की कोशिश में लगे हुए हैं.
केसीआर ने कल विपक्ष के कई नेताओं के साथ मीटिंग की और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ भी मुलाकात कर दिल्ली के स्कूलों और मोहल्ला क्लीनिक का भ्रमण किया. उन्होंने समाजवादी पार्टी नेता और यूपी विधानसभा में विपक्ष के नेता अखिलेश यादव के साथ भी मुलाकात की. केसीआर राष्ट्रपति के चुनाव में गैर कांग्रेसी और गैर बीजेपी उम्मीदवार उतारने की सोच रहे हैं जो तीसरे मोर्चे का हो.
पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा से भी करेंगे मुलाकात
केसीआर 26 मई को बेंगलुरू में जनता दल सेक्युलर के अध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा से भी मुलाकात करेंगे. साल 2019 के आम चुनाव में केसीआर ने गैर बीजेपी फ्रंट के लिए देवगौड़ा का समर्थन किया था. हाल ही में देवगौड़ा ने भी केसीआर को बीजेपी और सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ मुकाबला करने के लिए बधाई दी थी. तो वहीं इस मामले पर राव के सहयोगियों का कहना है कि कांग्रेस अगर हमारा साथ देना चाहती है तो दे सकती है. हम सभी के पसंद का एक उम्मीदवार उतारेंगे, कांग्रेस अगर समर्थन देना चाहती है तो दे सकती है.
केसीआर इस महीने कई नेताओं से मिलेंगे
26 मई को देवगौड़ा से मुलाकात करने के बाद केसीआर 28 मई को वो पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से भी मिलेंगे. राव उन सभी नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं जो बीजेपी की विचारधार से संबंध नहीं रखते हैं. पता हो कि साल 2019 के चुनाव के एक साल पहले साल 2018 के मार्च महीने में कोलकाता में एक संघीय मोर्चा खोलने के विचार पर एक दूसरे का समर्थन किया था.
साल 2019 के जनवरी महीने में कोलकाता में ममता बनर्जी ने यूनाइटेड इंडिया रैली का आयोजन किया था जिसमें सभी प्रमुख विपक्षी पार्टियों ने हिस्सा लिया था. हालांकि 4 महीने बाद जब लोकसभा चुनाव हुए तो कोई औपचारिक गठबंधन नहीं रहा. ममता बनर्जी से मुलाकात के बाद केसीआर राव बीजेपी समर्थन से बिहार में सरकार चला रहे नीतीश कुमार से भी मुलाकात करेंगे.
इसके साथ ही वो आरजेडी के अध्यक्ष तेजस्वी यादव से इसी महीने के आखिर में मुलाकात करेंगे. इतना ही नहीं राव ने ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के लिए भी पीछे का दरवाजा खोल रखा है क्योंकि उन्हें अच्छी तरह से पता है कि तीसरे मोर्चे को मजबूती देने के लिए पटनायक का समर्थन मिलना बहुत जरूरी है.
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