कांग्रेस इस नेता ने बनाया ऐसा गेम प्लान, खुश हो जाएंगे राहुल गांधी, BJP हो सकती है परेशान
Congress News: कांग्रेस पार्टी के पास अब राज्यसभा के साथ-साथ लोकसभा में भी नेता विपक्ष का पद है. इसकी वजह से वह एक मजबूत विपक्ष की भूमिका भी निभा पा रही है.
Congress Rajya Sabha MPs: लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को 99 सीटों पर जीत मिली है, जिसकी वजह से अब उसके पास 10 साल बाद पहली बार नेता प्रतिपक्ष का पद आया है. कांग्रेस सांसद राहुल गांधी संसद के निचले सदन लोकसभा में विपक्ष के नेता हैं. कांग्रेस 10 साल से विपक्ष में तो है, लेकिन बहुत अरसे बाद ऐसा संयोग बना है कि लोकसभा और राज्यसभा दोनों में पार्टी के पास विपक्ष के नेता का पद है. राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे हैं.
हालांकि, हाल ही में राज्यसभा में विपक्ष के नेता की गद्दी डोलने लगी थी, लेकिन फिर तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने कुछ ऐसा किया, जिसकी वजह से मामला तुरंत कंट्रोल में आ गया. रेवंत रेड्डी नो जो काम किया है, उसकी वजह से राहुल गांधी के साथ-साथ खुद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे भी काफी ज्यादा खुश होंगे. अब ऐसे में सवाल उठ रहा है कि आखिर रेवंत रेड्डी ने ऐसा क्या किया है कि उनसे कांग्रेस आलाकमान खुश नजर आ रहा है.
कांग्रेस की राज्यसभा में बढ़ी टेंशन?
दरअसल, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष का पद मिलने की खुशी जल्द ही कांग्रेस के लिए बुरी खबर में तब्दील होने लगी. ऐसा इसलिए क्योंकि लोकसभा चुनाव से कांग्रेस का राज्यसभा समीकरण गड़बड़ाया है. हरियाणा से दीपेंदर हुड्डा और राजस्थान से केसी वेणुगोपाल राज्यसभा सांसद रहे, लेकिन उन्हें इस साल लोकसभा चुनाव में भी जीत मिली है. इसकी वजह से दोनों ही नेता अब राज्यसभा से लोकसभा में चले गए हैं. इससे लोकसभा में कांग्रेस को दो सीटों का फायदा हुआ.
हालांकि, राज्यसभा में कांग्रेस को दो सीटों का नुकसान हो गया. राज्यसभा में कांग्रेस के पास चुनाव से पहले तक 28 राज्यसभा सांसद थे. राज्यसभा में 25 सांसद होने से विपक्ष के नेता का पद मिलता है. उच्च सदन से हुड्डा और वेणुगोपाल के इस्तीफे से कांग्रेस का राज्यसभा में नंबर गेम बिगड़ गया. अब उसके पास 26 सांसद हैं. ऐसे में अगर एक-दो सांसद भी किसी वजह से इधर-उधर होते हैं तो मल्लिकार्जुन खरगे की विपक्ष के नेता की कुर्सी जा सकती है.
रेवंत रेड्डी ने कांग्रेस को दी 'संजीवनी'
वहीं, अब तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने कांग्रेस को राज्यसभा में संजीवनी देने का काम किया है. उन्होंने बीआरएस के राज्यसभा सांसद रहे के केशव राव को कांग्रेस में शामिल करवा दिया है. अभी केशव राव का दो साल का कार्यकाल बचा हुआ था, लेकिन उन्होंने राज्यसभा सांसद पद से इस्तीफा दे दिया है. ऐसे में अब केशव राव वाली सीट कांग्रेस के पास आ गई है. तेलंगाना के 64 विधायक होने से कांग्रेस का उम्मीदवार इस सीट पर उपचुनाव के जरिए राज्यसभा पहुंच जाएगा.
इस बात की पूरी संभावना है कि तेलंगाना से वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी को राज्यसभा भेजा जा सकता है. अगर ऐसा होता है तो कांग्रेस की राज्यसभा में सांसदों की संख्या 27 हो जाएगी, जिससे खरगे के लिए नेता विपक्ष बना रहना एकदम आसान रहेगा.
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