Revanth Reddy: तेलंगाना कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रेवंत रेड्डी के हाथ से हाथ जोड़ो यात्रा में दिए एक बयान को लेकर विवाद हो गया है. रेवंत रेड्डी ने मंगलवार को कहा कि "माओवादी मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास 'प्रगति भवन' को विस्फोटकों से उड़ा देते हैं तो इसका कोई खास असर नहीं होगा क्योंकि यह गरीब लोगों के लिए किसी काम का नहीं है."
रेवंत रेड्डी ने कहा, "क्या हुआ अगर नक्सलियों ने प्रगति भवन (तेलंगाना के मुख्यमंत्री आवास) को बम से उड़ा दिया. हमारे पास वहां खोने के लिए कुछ नहीं होगा. भवन से हमारा कोई संबंध नहीं है. जैसे नक्सलियों ने पहले किलों में विस्फोट किए थे, क्या हुआ अगर वे प्रगति भवन को डायनामाइट से उड़ा देते हैं? प्रगति भवन एक किले जैसा है, उसमें गरीबों के लिए एंट्री नहीं है."
डायनामाइट से बमबारी करने का आह्वान
रेवंत रेड्डी ने अपने संबोधन के दौरान लोगों से कहा, "क्या आप में से कोई प्रगति भवन गया है या इसके अंदर देखा है? हमारा भवन से कोई संबंध नहीं है." रेड्डी ने कहा, "मैं सभी माओवादियों से प्रगति भवन पर डायनामाइट से बमबारी करने का आह्वान कर रहा हूं."
विधायकों ने डीजीपी से मुलाकात की
वहीं, भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के विधायकों ने बुधवार को तेलंगाना के पुलिस महानिदेशक अंजनी कुमार से तेलंगाना कांग्रेस अध्यक्ष ए. रेवंत रेड्डी के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया. बीआरएस से संबंधित विधान परिषद के छह सदस्यों ने डीजीपी से मुलाकात की और रेवंत रेड्डी के खिलाफ लिखित शिकायत की. उन्होंने मांग की कि कांग्रेस नेता की टिप्पणी को गंभीरता से लिया जाए और उनके खिलाफ कानून के अनुसार कार्रवाई की जाए.
टिप्पणी के पीछे कोई साजिश हो सकती है
बीआरएस ने कहा कि एक सांसद सरकारी इमारतों को उड़ाने की बात कैसे कर सकता है. इससे पहले, मुलुगु जिले में बीआरएस नेताओं ने रेवंत रेड्डी के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी. शिकायतें मुलुगु और नरसमपेट पुलिस स्टेशनों में दर्ज की गईं. बीआरएस नेताओं ने संदेह जताया कि रेवंत रेड्डी की टिप्पणी के पीछे कोई साजिश हो सकती है.
शिकायतकर्ताओं ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के जीवन को खतरे में डालने की साजिश के तहत कांग्रेस नेता ने माओवादियों को प्रगति भवन को उड़ाने का आह्वान किया.
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