Telangana Election 2023: तेलंगाना विधानसभा चुनाव के लिए मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के सामने करीब 80 निर्दलीय और बागी उम्मीदवार ताल ठोक रहे हैं. सीएम केसीआर दो विधानसभा सीटों गजवेल और कामारेड्डी से चुनाव लड़ रहे हैं.


चुनाव के लिए नामांकन वापस लेने की तारीख 15 नवंबर थी. उम्मीद की जा रही थी कि कई और उम्मीदवार केसीआर के खिलाफ अपना नामांकन वापस ले लेंगे लेकिन गजवेल में 44 और कामारेड्डी में 38 ऐसे उम्मीदवारों को सीएम के खिलाफ चुनाव लड़ने से नहीं रोका जा सका.


कितने उम्मीदवारों ने केसीआर के खिलाफ वापस लिया नामांकन?


एचटी की रिपोर्ट के मुताबिक, सत्तारूढ़ बीआरएस ने गजवेल में 70 ऐसे उम्मीदवारों को (जिनमें निर्दलीय और बीआरएस से अलग हुए लोग शामिल हैं) और कामारेड्डी में 19 को पीछे हटने के लिए मना लिया है. बीआरएस ने उन्हें आश्वस्त किया है कि उनकी चिंताओं का खयाल रखा जाएगा. सीएम केसीआर के खिलाफ चुनाव लड़ने के लिए कम से कम 145 उम्मीदवारों ने गजवेल में और 92 प्रत्याशियों ने कामारेड्डी में नामांकन दाखिल कराया था.


कामारेड्डी में मुकाबला त्रिकोणीय


न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक कामारेड्डी सीट पर मुकाबला त्रिकोणीय है लेकिन बीआरएस को यहां फायदा हो सकता है. इस सीट पर बीआरएस से सीएम केसीआर, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रेवंत रेड्डी और बीजेपी के वरिष्ठ नेता के वेंकट रमन रेड्डी इस सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. 


कामारेड्डी है केसीआर पैतृक सीट


कामारेड्डी विधानसभा केसीआर की पैतृक सीट कही जाती है. कामारेड्डी के कोनापुर गांव में नाना-नानी के घर केसीआर का जन्म हुआ था. सीएम के परिवारवाले भी कामारेड्डी में रहते हैं और उनका समर्थन कर रहे हैं. बीजेपी उम्मीदनार रमन रेड्डी अपने प्रचार अभियान में दावा कर रहे हैं कि अगर केसीआर जीतते हैं तो जनता सीधे सीएम से संपर्क नहीं कर पाएंगी, ऐसा स्थिति कांग्रेस का कैंडिडेट जीतने पर होगी. उन्होंने दावा किया है कि अगर वह जीतते हैं तो जनता के लिए हमेशा सीधे उपलब्ध रहेंगे.


बता दें कि तेलंगाना की सभी 119 विधानसभा सीटों के लिए 30 नवंबर को मतदान होगा और नतीजे बाकी चार राज्यों राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और मिजोरम के साथ 3 नवंबर को आएंगे. 


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