Telangana Flood 2022:  इस बार मानसून का असर दक्षिण राज्यों में ज्यादा देखा जा रहा है. दक्षिण के कई राज्यों में जोरदार बारिश हो रही है. इससे नदियों में उफान की वजह से बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है. तेलंगाना में में भी बाढ़ के हालात बने हुए हैं. इसे लेकर तेलंगाना कांग्रेस प्रमुख रेवंत रेड्डी (Revanth Reddy)ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( PM Modi)को पत्र लिखकर राज्य में आई बाढ़ (Telangana Flood 2022)को राष्ट्रीय आपदा (National Disaster) घोषित करने का अनुरोध किया है.


रेवंत रेड्डी ने पत्र में बाढ़ सहायता राशि के रूप में केंद्र सरकार से राज्य के लिए 2000 करोड़ रुपये के राहत पैकेज की भी मांग की है. जिससे एनडीआरएफ(NDRF) की तैनाती, किसानों और मृतकों के परिजनों को वित्तीय मुआवजा दिया जा सके और खराब हो चुकी सड़कों की मरम्मत और निर्माण कराया जा सके.


Telangana Congress chief Revanth Reddy writes to PM Modi, requesting to declare Telangana floods a National Disaster, along with NDRF deployment, financial compensation to farmers & kin of deceased & an immediate relief package of Rs 2000cr for repair & construction of roads pic.twitter.com/jissNY9M1x


— ANI (@ANI) July 16, 2022


रेड्डी ने तेलंगाना सरकार को भी खत लिखा 


बता दें कि पिछले कुछ दिनों से राज्य में हो रही भारी बारिश के मद्देनजर, कांग्रेस पार्टी की राज्य इकाई ने तेलंगाना सरकार से फसल के नुकसान का आकलन करने और तुरंत मुआवजे की घोषणा करने की मांग की है. टीपीसीसी अध्यक्ष ए रेवंत रेड्डी ने मंगलवार को मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव को एक खुला पत्र लिखा. उन्होंने राज्य सरकार से राज्य भर में फसल नुकसान का आकलन करने और 15,000 रुपये प्रति एकड़ के मुआवजे की घोषणा करने की मांग की.


उन्होंने बताया कि पिछले कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण आदिलाबाद, निजामाबाद, वारंगल, जयशंकर भूपालपल्ली, महबूबाबाद और भद्राद्री कोठागुडेम जिलों में करीब पांच लाख एकड़ फसल बारिश के पानी में डूब गई है. खेतों में पानी भर जाने से कपास, मक्का और सोया की खेती करने वाले किसान बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। इन मुद्दों के अलावा, बीज की खराब वृद्धि के कारण किसानों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ रहा था.


तमिलनाडु में भारी बारिश का दौर जारी, नदियां उफान पर


तमिलनाडु में कोयंबटूर जिला प्रशासन ने भारी बारिश के बाद बाढ़ की चेतावनी जारी की है. लगातार बारिश और क्षेत्रों में भारी दक्षिण पश्चिम मानसून के कारण भवानी, नोय्याल और अमरावती नदियों में जल प्रवाह बढ़ गया है.


लगातार बारिश और क्षेत्रों में भारी दक्षिण पश्चिम मानसून के कारण भवानी, नोय्याल और अमरावती नदियों में जल प्रवाह बढ़ गया है. जलाशयों के जलग्रहण क्षेत्रों में भारी वर्षा ने प्रमुख जलाशयों में जल प्रवाह बढ़ा दिया है. पिल्लूर जलाशय बढकऱ 12,000 क्यूसेक से अधिक हो गया और भंडारण 97.5 फीट है, जो जलाशय के अधिकतम भंडारण स्तर या पूर्ण से केवल 2.5 फीट कम है.


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