Telangana Formation Day 2023: तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने राज्य के दसवें स्थापना दिवस समारोह के शुभ अवसर पर सभी प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं. इस अवसर पर तेलंगाना सचिवालय में आयोजित कार्यक्रम में अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि तेलंगाना आज एक दशक की शुरुआत में खड़ा है. उन्होंने कहा, आइए हम 60 साल के संघर्ष और दस साल की प्रगति का जश्न मनाएं. हम भविष्य की प्रगति के लिए एक महान प्रेरणा बनें. मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें और उंचाई हासिल करनी है और सबसे उंचे शिखर तक पहुंचाना है.


मुख्यमंत्री केसीआर ने कहा कि 1956 में आंध्र प्रदेश के गठन के बाद से जब तेलंगाना को लोगों की इच्छा के विरुद्ध आंध्र क्षेत्र में विलय कर दिया गया था, तब से तेलंगाना के लोगों ने लगातार अपनी अस्वीकृति व्यक्त की है. 1971 में हुए चुनावों में अलग तेलंगाना की मांग के समर्थन में जनमत भले ही सामने आया, लेकिन उस समय की केंद्र सरकार ने उसका सम्मान नहीं किया. उस अवसाद और निराशा को तोड़ते हुए 2001 में आंदोलन शुरू हुआ. उस आंदोलन का नेतृत्व करने की ऐतिहासिक भूमिका पाकर मेरा जीवन धन्य हो गया. 


सभी ने एकजुट होकर आंदोलन किया


सीएम केसीआर ने कहा कि इस आंदोलन में प्रमुख भूमिका निभाने वाले बुद्धिजीवियों, शिक्षित लोगों, कामकाजी शिक्षकों, कवियों, कलाकारों, श्रमिकों, किसानों, छात्रों और महिलाओं ने जाति और धार्मिक मतभेदों की परवाह किए बिना एकजुट होकर आंदोलन किया. मैं आज दसाब्दी उत्सव के अवसर पर उन सभी को सादर नमन करता हूं. स्वराष्ट्र की उपलब्धि के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीदों को भावभीनी श्रद्धांजलि.


त्योहारों में उत्साहपूर्वक भाग लें- सीएम


सीएम ने कहा, "2014 में सत्ता में आने के बाद से ही बीआरएस सरकार अमरों की इच्छाओं और लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए समर्पित है. दसवां तेलंगाना राज्य स्थापना दिवस समारोह आज से 21 दिनों तक मनाया जाएगा. मैं सभी लोगों से अनुरोध करता हूं कि गांव स्तर से राजधानी तक पूरे राज्य में हो रहे इन त्योहारों में उत्साहपूर्वक भाग लें."


मुख्यमंत्री के रूप में एक वादा किया था


मुख्यमंत्री केसीआर ने कहा कि 2 जून 2014 को परेड ग्राउंड में आयोजित  सभा में राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में एक वादा किया था. उस दिन, मैंने लोगों को आश्वासन दिया था कि मैं तेलंगाना को इस तरह से आकार दूंगा कि राष्ट्र तेलंगाना राज्य से सीखेगा और यह भारत के लिए एक बेंचमार्क होगा. मात्र नौ साल की अवधि में तेलंगाना कई क्षेत्रों में देश भर में प्रेरक राज्य बन गया है.


तीन साल कोरोना महामारी में बर्बाद


सीएम ने कहा, "राज्य के जन्म के दशवार्षिक समारोह के दौरान अगर हम उन दिनों की स्थितियों की आज की स्थितियों से तुलना करें तो हमारी उपलब्धियां आश्चर्यजनक हैं. तेलंगाना राज्य बनने के नौ साल में करीब तीन साल कोरोना महामारी की वजह से बर्बाद हो गए हैं और शेष छह वर्ष की छोटी सी अवधि में तेलंगाना शिखर पर पहुंच गया है.


तेलंगाना की 155 फीसदी की विकास दर्ज


केसीआर ने कहा कि साल 2014 में तेलंगाना की प्रति व्यक्ति आय केवल 1,24,104 थी. तेलंगाना सरकार की प्रगति से आज हमारे राज्य की प्रति व्यक्ति आय बढ़कर 3 लाख 17 हजार 115 रुपये हो गई है. महज दस साल पुराना तेलंगाना प्रति व्यक्ति आय के मामले में देश के बड़े राज्यों से बेहतर है. 2014 में राज्य का जीएसडीपी मूल्य केवल 5,05,849 करोड़ रुपये था, लेकिन आज राज्य के सभी क्षेत्रों के वित्तीय समर्थन के कारण राज्य का जीएसडीपी बढ़कर 12,93,469 करोड़ रुपये हो गया है. यानी कोरोना और नोटबंदी जैसे संकटों के बावजूद तेलंगाना ने 155 फीसदी की विकास दर दर्ज की है.


मुख्यमंत्री ने कहा कि आज तेलंगाना में बिजली की कटौती नहीं होती है. प्रति व्यक्ति बिजली खपत के मामले में तेलंगाना देश में पहले स्थान पर है. तेलंगाना की सभी बंजर भूमि, नदी के पानी के उत्थान के साथ कृषि भूमि बन गई है.


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