Telangana Former DGP Suspension Withdrawn: तेलंगाना में विधानसभा चुनाव के समय आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करना पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अंजनी कुमार को भारी पड़ा था. उन्हें सस्पेंड कर दिया गया था. अब ए. रेवंत रेड्डी के मुख्यमंत्री बन जाने के बाद निर्वाचन आयोग (ईसीआई) ने अंजनी कुमार का निलंबन रद्द कर दिया है.
दरअसल, काउंटिंग वाले दिन अंजनी कुमार ने वर्तमान मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी से मुलाकात की थी, उसके बाद उन्हें निलंबित किया गया था. उस दौरान उन पर कांग्रेस नेतृत्व के साथ मिलकर मिली भगत के आरोप लगाए गए थे.
काउंटिंग के दिन रेवंत रेड्डी से मुलाकात पर हुई थी कार्रवाई
इसे आचार संहिता का उल्लंघन मानते हुए चुनाव आयोग की ओर से उन्हें निलंबित कर दिया गया था. इसकी वजह थी कि जब उन्होंने रेवंत रेड्डी से मुलाकात की थी तब वह सूबे के मुख्यमंत्री न होकर, तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी (टीपीसीसी) के अध्यक्ष थे. अंजनी कुमार के निलंबन के बाद, भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) के महानिदेशक रवि गुप्ता को डीजीपी नियुक्त किया गया था.
गलती नहीं दोहराने का किया वादा, हटा सस्पेंशन
न्यूज एजेंसी IANS की रिपोर्ट के मुताबिक अंजनी कुमार ने स्पष्टीकरण दिया जिसके बाद आयोग ने निलंबन हटा दिया. आयोग को दिए अपने जवाब में अंजनी कुमार ने कहा कि उन्होंने जानबूझकर मॉडल कोड का उल्लंघन नहीं किया.
आईपीएस अधिकारी ने आयोग को बताया कि वह रेवंत रेड्डी के अनुरोध पर उनके घर गए थे. उन्होंने कथित तौर पर आयोग को आश्वासन दिया कि भविष्य में गलती दोहराई नहीं जाएगी. ईसीआई ने 3 दिसंबर को मुख्य सचिव को अंजनी कुमार को निलंबित करने और अगले वरिष्ठतम योग्य अधिकारी को डीजीपी का प्रभार सौंपने का निर्देश दिया था.
तेलंगाना प्रशासन में बड़े फेरबदल के आसार
अंजनी कुमार का सस्पेंशन खत्म हो जाने के बाद फिलहाल यह साफ नहीं है कि कुमार को डीजीपी के रूप में बहाल किया जाएगा या रवि गुप्ता ही इस पद पर बने रहेंगे. इसके बारे में रेवंत रेड्डी के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार फैसला लेगी. सूत्रों ने बताया कि सरकार अगले कुछ दिनों में ब्यूरोक्रेसी में बड़ा फेरबदल कर सकती है.
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