Telangana: 'हिंदी भाषा के साहित्य को पसंद करते हैं लेकिन...', बोलीं सीएम KCR की बेटी के. कविता
Hindi Imposition Row: के. कविता ने कहा कि वह केंद्र सरकार की तरफ से गैर-हिंदी भाषी राज्यों पर हिंदी थोपने का विरोध करेंगी. उन्होंने यह बात तेलंगाना साहित्य सभा के उद्घाटन समारोह के दौरान कही.
K Kavitha On Hindi Language: तेलंगाना के सीएम के चंद्रशेखर राव (केसीआर) की बेटी के. कविता ने केंद्र पर हिंदी थोपने का आरोप लगाया है. बीआरएस एमएलसी कविता ने बुधवार (21 जून) को कहा, "तेलंगाना साहित्य सभा में उनके संबोधन के दौरान भाषा थोपने की कोई जरूरत नहीं है." उन्होंने जोर देकर कहा कि हर भाषा का अपना महत्व होता है और किसी को दूसरों को कमजोर नहीं करना चाहिए.
कविता ने कहा, "हम किसी भी हिंदी थोपने के नियम को तोड़ देंगे. साहित्य प्रेमी होने के नाते हम हिंदी भाषा के साहित्य को पसंद करते हैं, लेकिन अगर हम पर नियम लादे गए तो हम उन्हें नहीं मानेंगे." कविता यहां तेलंगाना सारस्वत परिषद में भारत जागृति की तरफ से आयोजित दो दिवसीय तेलंगाना साहित्य सभा के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रही थीं.
तेलंगाना साहित्य सभा
तेलंगाना साहित्य सभा की शुरुआत बुधवार (21 जून) को कविता की अध्यक्षता में हैदराबाद एबिड्स में तेलंगाना सारस्वत परिषद में हुई. इस अवसर पर उन्होंने आचार्य एन गोपी को प्रोफेसर कोथापल्ली जयशंकर का विशिष्ट साहित्य पुरस्कार दिया. उन्हें पुरस्कार के हिस्से के रूप में 1 लाख 1 हजार 16 रुपये और स्वर्ण कंकनम भेंट की गई.
हिंदी को लेकर क्या बोलीं कविता?
कविता ने कहा, "हिंदी खूबसूरत है और मेरी पसंदीदा भाषा भी. हिंदी गानों में शब्द कमाल के होते हैं. तेलंगाना को छोड़कर देश का कोई भी राज्य कलाकारों को वेतन और सम्मान नहीं देता है. टीएस सरकार 530 से अधिक कलाकारों को वेतन देकर सम्मानित कर रही है."
प्रोफेसर जयशंकर को श्रद्धांजलि
कविता ने प्रोफेसर जयशंकर को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए बताया कि जयशंकर हमेशा लेखकों का समर्थन करने के लिए कहते थे, क्योंकि सौ शब्द बोलना एक शब्द लिखने के बराबर है. उन्होंने कहा कि जागृति इस दिशा में कई कार्यक्रम करेंगी. इस समारोह में कई कवियों और लेखकों ने अपनी बात रखी.
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