Treasure in Telangana: मंदिर में हो रही थी खुदाई, अचानक जमीन से मिला मटका तो निकले हजारों साल पुराने सीसे के सिक्के
Treasure in Telangana: तेलंगाना के सूर्यापेट में फणीगिरी के ऐतिहासिक बौद्ध मंदिर परिसर में खुदाई के दौरान इक्ष्वाकु काल के सीसे के 3730 सिक्के मिले हैं. इन पर प्राचीन उज्जैन के प्रतीक भी अंकित हैं.
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Treasure Unearthed In Telangana: तेलंगाना के सूर्यापेट जिले के फणीगिरी गांव में बौद्ध मंदिर में खुदाई के दौरान खजाना निकला है. वहां से बड़ी संख्या में प्राचीन सीसे के सिक्के मिले हैं. दावा है कि ये सिक्के इक्ष्वाकु काल के हैं. वैदिक काल में वर्णित कौशल देश के राजा इक्ष्वाकु के वंशजों के शासन का जिक्र अमूमन मिलता रहा है.
अंग्रेजी अखबार 'द हिंदू' की एक रिपोर्ट के मुताबिक, बिक्करू नदी के बाएं किनारे पर गांव में 29 मार्च को चल रही खुदाई के दौरान इस जगह से जमीन के स्तर से लगभग 40 सेंटीमीटर की गहराई पर एक गोलाकार मिट्टी का बर्तन मिला और जब उस बर्तन को खोला गया तो उसमें से सीसे के सिक्कों का भंडार मिला. करीब 3700 सिक्के बरामद किए गए हैं.
इतिहास और विरासत विभाग की निदेशक भारती होलिकेरी, सूर्यापेट के अतिरिक्त जिला कलेक्टर बी.एस. और राज्य पुरातत्व विभाग की प्रधान सचिव लता शैलजा रमैया ने गुरुवार (4 अप्रैल, 2024) को इसका निरीक्षण किया था. शैलजा रमैया और हेरिटेज विभाग तेलंगाना की निदेशक भारती होलिकेरी ने बताया कि बर्तन सीसे के सिक्कों से भरा हुआ था. बर्तन से लगभग 3,730 सिक्के निकाले गए, जिनमें से प्रत्येक का वजन औसतन 2.3 ग्राम था. बर्तन का मुंह बाहर की तरफ एक ढक्कन से बंद था और अंदर एक कटोरे का टूटा हुआ आधार था.
सिक्कों पर एक ओर हाथी तो दूजी तरफ उज्जैन का प्रतीक
भारती होलिकेरी ने कहा- पुरातत्व विभाग की टीम की ओर से निरीक्षण के बाद यह स्पष्ट हुआ कि सभी सिक्के एक जैसे हैं. ये सीसे से बने हैं और सिक्कों के आगे के भाग पर हाथी का प्रतीक और पिछे के भाग पर उज्जैन का प्रतीक है. स्तरित ग्राफिकल और टाइपोलॉजिकल अध्ययन से हम इस निष्कर्ष पर पहुंच सकते हैं कि ये सिक्के इक्ष्वाकु काल के थे. इस बौद्ध मंदिर में खुदाई के दौरान कई कांच के नमूने, महिलाओं की ओर से पहने जाने वाले आभूषणों के नमूने और उस समय बच्चों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली गाड़ी का पहिया भी मिला है.
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