Telangana’s New Secretariat : तेलंगाना में 17 फरवरी को नए सचिवालय परिसर के उद्घाटन समारोह में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन, झारखंड के उनके समकक्ष हेमंत सोरेन और बी. आर. आम्बेडकर के पौत्र प्रकाश आम्बेडकर हिस्सा लेंगे. कार्यक्रम से पहले, सुबह में वैदिक पंडित द्वरा वास्तु पूजा और अन्य अनुष्ठान किया जाएगा.
राज्य के सड़क एवं भवन मंत्री वेमुला प्रशांत रेड्डी ने मंगलवार को एक विज्ञप्ति में बताया कि नए सचिवालय भवन का नाम देश के पहले कानून मंत्री और संविधान की मसौदा समिति के अध्यक्ष बी.आर. आम्बेडकर के नाम पर रखा गया है. रेड्डी के मुताबिक, मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव 17 फरवरी को वैदिक पंडितों की ओर से सुझाए गए शुभ समय सुबह साढ़े 11 बजे से दोपहर साढ़े 12 बजे के बीच परिसर का उद्घाटन करेंगे.
गणमान्य लोग लेंगे हिस्सा
विज्ञप्ति में कहा गया है, “नए सचिवालय के उद्घाटन कार्यक्रम में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एवं डीएमके अध्यक्ष एम.के. स्टालिन, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रतिनिधि के रूप में जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह, डॉ. बीआर आम्बेडकर के पौत्र प्रकाश आम्बेडकर सहित अन्य गणमान्य लोग हिस्सा लेंगे.”
सभी मेहमान जनसभा में शिरकत करेंगे
सचिवालय परिसर के उद्घाटन के बाद दोपहर में सिकंदराबाद के परेड ग्राउंड में एक जनसभा का आयोजन किया जाएगा.रेड्डी ने कहा कि सचिवालय के उद्घाटन समारोह में हिस्सा लेने वाले सभी मेहमान जनसभा में शिरकत करेंगे.उन्होंने 15 जनवरी को बताया था कि सचिवालय की नई इमारत का उद्घाटन चंद्रशेखर राव के जन्मदिन 17 फरवरी को करने का फैसला किया गया है.
इमारत आवश्यकताओं के अनुरूप है
इमारत 278 फीट लंबी है और आधुनिक समय की आवश्यकताओं के अनुरूप है. पुराने सचिवालय को जुलाई 2020 में खराब वास्तु और इमारतों के अवैज्ञानिक लेआउट का हवाला देते हुए ध्वस्त कर दिया गया था. 1882 में बने निज़ाम-युग के महल और अन्य पूजा स्थलों सहित सभी दस इमारतों को तोड़ दिया गया था. सरकार ने अब परिसर के भीतर एक मंदिर, एक चर्च और एक मस्जिद का निर्माण किया है.
ये भी पढ़ें : Shraddha Murder Case : 'क्या मैं सवाल कर सकता हूं?' पुलिस ने दाखिल की चार्जशीट तो कोर्ट में बोला आफताब पूनावाला