Electricity Bill: एक बार फिर से बिलजी विभाग की लापरवाही का मामला सामने आया है. तेलंगाना (Telangana) के कामारेड्डी जिले में एक ग्राम पंचायत कार्यालय को 11.41 करोड़ रुपये का बिजली बिल (Electricity Bill of 11.41 Crore) भेजा गया. इस बिल को देखने के बाद सभी गांव वाले हक्के-बक्के रह गए. यह बिल जनवरी महीने का है, जोकि बिजली विभाग के अधिकारियों की घोर लापरवाही को उजागर करता है.
ग्राम अधिकारियों को जारी की गई रसीद पर बिल की कुल राशि 11,41,63,672 रुपये थी, इस राशि ने ग्रामीणों को परेशान कर दिया. जब गांव के सरपंच ने बिल की जानकारी लेने के लिए अधिकारियों को फोन किया तो उन्होंने कहा कि कुछ टेक्निकल इश्यू की वजह से इतना बिल बना है. अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि वे मीटर रीडिंग की जांच करेंगे और बिल बहाल करेंगे.
पिछले महीने आया था 3 हजार का बिल
इस महीने की 3 तारीख को ट्रांसको बिलिंग स्टाफ ने पंचायत वाटर वर्क्स से संबंधित सर्विस नंबर 3801-02321 पर मीटर रीडिंग दर्ज की. बिल के मुताबिक 2 जनवरी से 3 फरवरी तक 1,88,15,257 यूनिट्स का इस्तेमाल किया गया, जिसका बिल 11,41,63,672 रुपये आया है. सरपंच ने बताया कि पिछले माह बिजली बिल 3,257 रुपये आया था. हालांकि, बिजली विभाग ने साफ किया है कि ऐसा तकनीकी समस्या के कारण हुआ.
पहले भी बिजली विभाग बना चुका है करोड़ों के बिल
ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब बिजली विभाग की तरफ से करोड़ों का बिल बनाया गया हो. इससे पहले भी ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं. इससे पहले मध्य प्रदेश में भी बिजली विभाग का ऐसा ही कारनामा सामने आया था. साल 2022 में ग्वालियर के एक उपभोक्ता के घर जो बिजली का बिल पहुंचा वह हजारों-लाखों में नहीं, पूरे 3,419 करोड़ रुपये का था. इस बिल को देखकर राजेन्द्र प्रसाद गुप्ता का ब्लड प्रेशर बढ़ गया था और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था.
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