एक्सप्लोरर
Advertisement
Telangana: चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के TRS के साथ संबंधों को लेकर बढ़ी राजनीतिक हलचल
तेलंगाना में भाजपा के प्रवक्ता कृष्ण सागर राव ने कहा कि अब यह लगभग आधिकारिक हो गया है कि TRS और कांग्रेस अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव पूर्व गठबंधन करेंगे.
चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के कांग्रेस में शामिल होने की अटकलों के बीच तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के साथ उनकी दो दिनों तक हुई बातचीत को लेकर राज्य की राजनीति में सोमवार को हलचल पैदा कर दी. तेलंगाना राष्ट्र समिति TRS के सूत्रों ने कहा कि सत्तारूढ़ TRS प्रशांत किशोर के साथ नहीं, बल्कि कंपनी आई-पैक के साथ काम करेगी. उन्होंने दावा किया कि चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने खुद को आई-पैक से अलग कर लिया है.
सूत्रों के मुताबिक, आई-पैक देशभर में कई दलों के साथ काम कर रही है. इस घटनाक्रम ने भाजपा को कांग्रेस और TRS दोनों पर ही निशाना साधने का मौका दे दिया है. भाजपा के ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के लक्ष्मण ने दावा किया कि दोनों दलों की 'दोहरी नीति' बेनकाब हो गई है. तेलंगाना में भाजपा के प्रवक्ता कृष्ण सागर राव ने कहा कि अब यह लगभग आधिकारिक हो गया है कि TRS और कांग्रेस अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव पूर्व गठबंधन करेंगे.
कांग्रेस पार्टी में शामिल होने की अटकलें
सुरजेवाला ने पीके का नाम लिए बगैर उनके पार्टी में शामिल होने या ना होने के बारे में अभी तक कोई भी जानकारी नहीं दी है. कुल मिलाकर कांग्रेस की तरफ से पीके के पार्टी में शामिल होने को लेकर तस्वीर साफ नहीं की जा रही. हालांकि सूत्रों का कहना है कि पीके आने वाले दिनों में कांग्रेस में शामिल होंगे. इसको लेकर एक पेंच यह भी है कि एक तरफ तो पीके कांग्रेस में नई जान फूंकने के लिए आलाकमान समेत वरिष्ठ नेताओं के साथ भावी रोड मैप पर चर्चा कर रहे हैं वहीं दूसरी तरफ उन्होंने बीते दो दिनों में तेलंगाना में TRS नेताओं के साथ बैठक की है.
हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें ABP News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ लाइव पर पढ़ें बॉलीवुड, लाइफस्टाइल, न्यूज़ और खेल जगत, से जुड़ी ख़बरें
और देखें
Advertisement
IPL Auction 2025
Advertisement
ट्रेंडिंग न्यूज
Advertisement
टॉप हेडलाइंस
इंडिया
इंडिया
उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड
बॉलीवुड
Advertisement
राजेश शांडिल्यसंपादक, विश्व संवाद केन्द्र हरियाणा
Opinion