बीआरएस से नहीं दिया टिकट तो महिला विधायक ने पति समेत थामा कांग्रेस का हाथ, कही ये बात
Telangana Politics: केसीआर की पार्टी भारत राष्ट्र समिति ने अपनी विधायक अजमीरा रेखा नाइक को इस विधानसभा चुनाव के लिए टिकट नहीं दिया. जिसके बाद रेखा और उनके पति कांग्रेस में शामिल हो गए.
Telangana Politics: भारत राष्ट्र समिति के अध्यक्ष और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव ने सोमवार 21 अगस्त को 119 सदस्यीय राज्य विधानसभा के आगामी चुनावों के लिए 115 उम्मीदवारों की सूची की घोषणा की. जिसके एक दिन बाद यानी मंगलवार (22 अगस्त) को असंतुष्ट बीआरएस विधायक अजमीरा रेखा नाइक कांग्रेस में शामिल हो गए.
अजमीरा रेखा नाइक ने टिकट न मिलने पर बीआरएस के नेतृत्व की आलोचना की. साथ ही कुमारम भीम-आसिफाबाद जिले के खानापुर से दो बार की विधायक ने अपने निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट की मांग करते हुए औपचारिक रूप से गांधी भवन में अपना आवेदन जमा किया.
खानापुर से फिर से लड़ने जा रही हूं चुनाव- रेखा नाइक
हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक रेखा नाइक ने पत्रकारों से कहा कि वह एक-दो दिन में कांग्रेस में शामिल होंगी. उन्होंने आरोप लगाया कि वह कुछ नेताओं की रची हुई साजिश का शिकार हो गई हैं. रेखा ने कहा, “मैं खानापुर से फिर से चुनाव लड़ने जा रही हूं और बीआरएस को सबक सिखाऊंगी. मुझे लोगों का समर्थन प्राप्त है, क्योंकि मैं पिछले 10 वर्षों से उनकी सेवा कर रही हूं.''
पति भी कांग्रेस में हो गए शामिल
इसके अलावा रेखा की बीआरएस से टिकट कटने के कुछ घंटों बाद उनके पति श्याम नाइक ने रिटायरमेंट ले लिया. वह राज्य सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी थे. सेवानिवृत्ति लेने के बाद वह प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ए रेवंत रेड्डी की उपस्थिति में कांग्रेस में शामिल हो गए. उन्होंने आसिफाबाद निर्वाचन क्षेत्र से पार्टी के टिकट का अनुरोध किया, जबकि उनकी पत्नी खानापुर से चुनाव लड़ना चाहती हैं. रेवंत रेड्डी ने आश्वासन दिया कि उनमें से किसी एक को टिकट दिया जाएगा.
मयनामपल्ली हनुमंत राव ने कही ये बात
मल्काजगिरी के बीआरएस विधायक मयनामपल्ली हनुमंत राव ने मेडक निर्वाचन क्षेत्र से अपने बेटे एम रोहित को टिकट नहीं दिए जाने पर सोमवार को बीआरएस नेतृत्व के खिलाफ विद्रोह का झंडा उठाया था. उन्होंने मंगलवार (22 अगस्त) को कहा कि मेरा बेटा निश्चित रूप से मेडक से चुनाव लड़ेगा, भले ही बीआरएस ने उसे टिकट नहीं दिया हो. अगर बीआरएस नेता मेरे लिए कोई परेशानी पैदा करते हैं, तो मैं उन्हें उचित जवाब दूंगा.
सोमवार को राव के विद्रोह के बाद मुख्यमंत्री केसीआर ने पत्रकारों से कहा था कि अगर वह पार्टी लाइन की अवहेलना करना चाहते हैं तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी.