हैदराबाद: तेलंगाना में कांग्रेस को शुक्रवार को उस वक्त करारा झटका लगा जब पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्य विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष के आर सुरेश रेड्डी ने टीआरएस में शामिल होने की घोषणा की. टीआरएस अध्यक्ष और मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के बेटे और प्रदेश सरकार में मंत्री के टी रामा राव और पार्टी के अन्य नेताओं ने रेड्डी से मुलाकात की. इसके साथ ही उन्हें तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया.


रेड्डी ने कहा कि उन्होंने टीआरएस शासन में जारी विकास की प्रक्रिया में योगदान देने के लिए टीआरएस में शामिल होने का निर्णय लिया. वरिष्ठ नेता ने कहा कि वह लोगों और सरकार के बीच दूत के रूप में कार्य करेंगे.


बता दें कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसी राव ने विधानसभा भंग कर दी है. तेलंगाना के विधानसभा चुनाव अगले साल 2019 में लोकसभा के साथ होने वाले थे लेकिन राज्य सरकार को डर था कि कहीं लोकसभा चुनाव की वजह से राज्य के विधानसभा चुनाव भी मोदी केंद्रित न हो जाए. इसी वजह से राव ने समय से पहले तेलंगाना विधानसभा भंग कर दिया. बताया जा रहा है कि राव इसी साल के अंत तक राज्य विधानसभा के चुनाव करना चाहते हैं.


टीआरएस 2019 के लोकसभा चुनावों में एक गैर-कांग्रेस-गैर-बीजेपी मोर्चे का नेतृत्व कर रही है. वहीं दूसरी ओर कांग्रेस ने उन पर आरोप लगाया है कि राव बीजेपी के साथ काम कर पीएम मोदी को अप्रत्यक्ष तौर पर फायदा पहुंचाना चाहते है.