TRS Attack On BJP: तेलंगाना की सियासत में टीआरएस विधायकों (TRS MLAs) की खरीद-फरोख्त को लेकर शुरू हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. राज्य की सत्तारूढ़ टीआरएस और बीजेपी (BJP) एक-दूसरे पर आरोप लगाने में व्यस्त हैं.


टीआरएस ने  शनिवार (29 अक्टूबर) को मुनुगोड विधानसभा (Munugod Assembly) से उपचुनाव लड़ रहे भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार के राजगोपाल रेड्डी (K Rajagopal Reddy) पर नोट के बदले वोट खरीदने का आरोप लगाया है. सत्तारूढ़ पार्टी ने बीजेपी उम्मीदवार पर वोट खरीदने के लिए पांच करोड़ दो लाख रूपये खर्च करने का आरोप लगाया है. उन्होंने ये रकम कंपनी के खाते से खर्च की है. 


TRS ने चुनाव आयोग भेजी डिटेल


टीआरएस पार्टी ने बीजेपी उम्मीदवार के वोट खरीदने के लिए खर्च की गई रकम से जुड़ी जानकारी चुनाव आयोग, मुख्य चुनाव अधिकारी, चुनाव आब्जर्वर व पुलिस आब्जर्वर और जिला चुनाव अधिकारी को दे दी है. टीआरएस ने बीजेपी उम्मीदवार राजगोपाल रेड्डी पर आरोप लगाया कि उन्होंने पांच करोड़ दो लाख रुपये की मोटी रकम मुनुगोड उपचुनाव में लोगों के वोट खरीदने के लिए खर्च की है. टीआरएस ने चुनाव आयोग को एक लिस्ट भेजी है, जिसमें बताया गया है कि बीजेपी उम्मीदवार ने पांच करोड़ दो लाख किस बैंक अकाउंट से किसके खाते में वोट खरीदने के लिए ट्रांसफर किए. 


बीजेपी राज में बढ़ा देश का कर्ज


इससे पहले तेलंगाना की सत्तारूढ़ टीआरएस सरकार ने शनिवार को ही केंद्र की बीजेपी सरकार पर जमकर हमला बोला. पार्टी ने बीजेपी सरकार पर देश को कर्ज के जाल में फंसाने का आरोप लगाया. टीआरएस की ओर से दावा किया गया कि केंद्र सरकार की उधारी 2021 तक जीडीपी के 61.6 फीसदी को छू गई है. 


टीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष और मंत्री के.टी. रामाराव ने कहा कि आजादी के बाद विभिन्न प्रधानमंत्रियों के 67 सालों के दौरान देश ने 55.87 करोड़ रुपये कर्ज लिए. 2014 में सत्ता में आने बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आठ वर्षों में अकेले 80 लाख करोड़ रुपये का कर्ज लिया. टीआरएस नेता ने दावा किया कि 2014-15 के दौरान केंद्र द्वारा ब्याज का भुगतान राजस्व का 36.1 फीसदी था, जबकि 2021 के दौरान यह 43.7 फीसदी हो गया.


TRS ने लगाया विधायकों की खरीद का आरोप


टीआरएस ने बीजेपी पर उसके विधायकों को पैसे और ठेके का लालच देकर उन्हें खरीदने का आरोप लगाया था. टीआरएस ने पुलिस से इसकी शिकायत की, जिसके बाद बुधवार (26 अक्टूबर) की शाम को रंगा रेड्डी के फार्म हाउस से तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया था. गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपियों की पहचान रामचंद्र भारती, नंदा कुमार और सिम्हायाजी स्वामी के रूप में हुई है. बीजेपी ने इन आरोपों को खारिज करते हुए मामले की सीबीआई जांच की मांग को लेकर तेलंगाना हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया.  


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