राजधानी दिल्ली में पारा अभी भी 40 के पार, मानसून के लिए करना होगा जुलाई तक का इंतजार
देश के कई हिस्सों में मानसून पहुंच चुका है मगर राजधानी दिल्ली अभी भी बारिश के लिए तरस रही है. दिल्ली में तापमान हर रोज़ 40℃ सेल्सियस तक पहुंच रहा, वहीं ह्यूमिडिटी यानी कि उमस ने लोगों को परेशान कर रखा है. राजधानी दिल्ली में मानसून पहुंचने में देरी के कारण और प्रभावों पर एबीपी न्यूज़ से बात की मौसम वैज्ञानिक कुलदीप श्रीवास्तव ने...
नई दिल्लीः राजधानी दिल्ली में अभी तक मानसून नहीं पहुंचा है. अंदाजा यही है कि अगले 1 तारीख तक बारिश नहीं होगी. 2 और 4 तारीख से बारिश की संभावनाएं बढ़ गई हैं. इस बीच में दिल्ली एनसीआर में बारिश हो सकती है. दिल्ली में इस वक्त ह्यूमिडिटी यानी कि उमस बहुत ज्यादा है. पूर्वी इलाकों में प्रेशर लो था जिसकी वजह से बारिश वहां हो रही है, लेकिन पश्चिमी इलाकों में हालात ऐसे नहीं बन पा रहे हैं. इस वजह से बारिश में दे रही है. 1 तारीख तक मानसून के दिल्ली पहुंचने की कोई संभावना नहीं है. मानसून ने 90% तक पश्चिमी इलाकों को कवर कर लिया है. कुछ हिस्से बस बचे हुए हैं. जल्दी ही दिल्ली भी मानसून का स्वागत करेगी.
मानसून आगमन में देरी से नहीं पड़ेगा बारिश की मात्रा पर असर
- मानसून का पूर्वानुमान हम 1 जून से 30 सितंबर के बीच में बारिश की मात्रा देख कर लगाते हैं. दिल्ली एनसीआर में 10 जुलाई से 25 सितंबर तक ज्यादा बारिश होती है. अगर मानसून जल्दी आ भी जाता है तो भी 10 जुलाई तक बहुत अच्छी बारिश नहीं होती. अभी तक ऐसी चिंता की बात नहीं है कि बारिश कम होगी. जून से सितंबर के मध्य सामान्य या फिर उससे थोड़ी कम बारिश हो सकती है.
मानसून का देर से आना चिंता की बात नहीं
मानसून कभी समय पर आता है कभी पहले आ जाता है तो कभी देर से. मानसून की नॉर्मल डेट 27 जून है. पिछले साल 25 जून को आया था. कई बार ऐसा भी हुआ है कि मानसून 15 जून को भी आ गया है. इससे टोटल रेनफॉल पर फर्क नहीं पड़ता. शनिवार और शुक्रवार को दिल्ली एनसीआर में कुछ-कुछ जगह पर बारिश हुई. वह प्री मानसून बारिश थी. क्योंकि कुछ हिस्सों में ही बारिश हुई पूरी दिल्ली में नहीं, इसी वजह से गर्मी और ह्यूमिडिटी लेवल बढ़ गया है.
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