नई दिल्लीः 8 तारीख से देशभर में सभी धार्मिक स्थलों को खोलने की तैयारी शुरू हो गई है और इसको लेकर सरकार ने दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं. 8 जून को जब आप मंदिर जाएंगे, कई चीजों में बदलाव देख सकते हैं और कई नए नियम देख सकते हैं. हमने जायजा लिया दिल्ली के कनॉट प्लेस के प्रसिद्ध प्राचीन हनुमान मंदिर की तैयारियों का.


बाहर से ही सोशल डिस्टेंसिंग के पालन के लिए मार्किंग
दिल्ली के प्राचीन हनुमान मंदिर में अभी तक खासतौर पर मंगलवार और शनिवार को हजारों भक्तों की भीड़ लगती थी. इसी वजह से अब कोशिश यह रहेगी कि भीड़ ना लगे. इस वजह से मंदिर तक पहुंचने वाले रास्ते में जगह-जगह मार्किंग कर दी गई है, जिससे कि श्रद्धालु मंदिर के अंदर प्रवेश करने से पहले ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें.


मंदिर के बाहर लगी रेलिंग को लगातार किया जाएगा सैनिटाइज
मंदिर के अंदर जाने के लिए जो लाइन लगेगी और उसके दोनों तरफ जो रेलिंग लगी हुई है, उस रेलिंग को लगातार सैनिटाइज किया जाएगा. हालांकि श्रद्धालुओं से अपील की जाएगी कि वह रेलिंग को छू कर ना चलें.


मंदिर में प्रवेश के लिए मास्क, आरोग्य सेतु एप और शरीर का तापमान सही होना जरूरी
जैसे-जैसे मंदिर के गेट के नजदीक पहुंचेंगे, वहां पर पहले की तरह मेटल डिटेक्टर तो होगा ही, जिससे सुरक्षा जांच होगी, लेकिन उसके साथ ही वहां पर एक कर्मचारी भी तैनात होगा, जिसकी जिम्मेदारी होगी कि वह यह सुनिश्चित करें कि मंदिर में प्रवेश करने वाले हर एक शख्स के मुंह पर मास्क और फोन में आरोग्य सेतु एप हो. इसके साथ ही वह कर्मचारी हर एक श्रद्धालु की थर्मल स्क्रीनिंग भी करेगा और जब एक बार थर्मल स्क्रीनिंग में श्रद्धालु के शरीर का तापमान सही पाया जाएगा, तभी उसको आगे बढ़ने की अनुमति दी जाएगी.


सुरक्षा जांच के बाद सैनिटेशन टनल से गुजरना होगा
इसके बाद श्रद्धालुओं को सैनिटाइजेशन टनल से होकर गुजरना होगा, जिसमें चारों तरफ से सैनिटाइजर की फुहार श्रद्धालु के ऊपर गिरेगी और किसी भी तरीके के इंफेक्शन को खत्म करेगी. श्रद्धालु को इस टनल में कुछ सेकंड रहने के बाद ही आगे बढ़ने की अनुमति होगी.


मंदिर में दाखिल होते ही सैनिटाइजर से हाथ साफ करने होंगे
इसके बाद मंदिर के गेट के पास ही सैनिटाइजर लगा मिलेगा. श्रद्धालु गेट में अंदर दाखिल होते ही पहले सैनिटाइजर का इस्तेमाल करेंगे और हाथों को सनी सैनिटाइज करेंगे. ऐसा करने के बाद ही मंदिर के अंदर जाने की अनुमति होगी.


मंदिर में घंटी बजाने की इजाजत नहीं
अंदर जाने वाले श्रद्धालुओं को बार-बार निर्देश दिया जाएगा कि वह बिना कुछ हुए दर्शन करें यहां तक कि घंटों का इस्तेमाल भी ना किया जाए.


फूल माला और प्रसाद नहीं चढ़ाया जाएगा
दर्शन करने के दौरान मंदिर में किसी भी तरीके का प्रसाद या फूल माला नहीं चढ़ाई जाएगी और ना ही प्रसाद के तौर पर श्रद्धालुओं को कुछ दिया जाएगा. श्रद्धालु आएंगे दर्शन करेंगे और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए ही बाहर जाएंगे.


प्रसाद की दुकानों पर भी सोशल डिस्सेंटिंग का होगा पालन
इस दौरान जो बाहर प्रसाद की दुकानें होती हैं उनको लेकर फिलहाल अभी तक कोई फैसला नहीं लिया गया है, लेकिन मंदिर के महंत का कहना है कि जब प्रसाद और फूल माला चढ़ाया ही नहीं जाएगा तो इन दुकानों के खुलने का मतलब ही नहीं. अगर दुकान खुली भी तो वहां भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाएगा.


इस तरह से बदल जाएगा मंदिर में दर्शन का तरीका
यानी अब मंदिरों में कुछ इसी तरीके से इन बदलावों के साथ ही श्रद्धालु दर्शन कर पाएंगे. मतलब साफ है कि मंदिरों में जो भीड़ भाड़ होती थी अब वो नहीं होगी और सोशल डिस्टेंसिंग पर खास ध्यान दिया जाएगा. इसके साथ ही सैनिटाइजेशन लगातार किया जाएगा. मकसद एक ही है कि कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकना है और उसके लिए यह सावधानियां जरूरी है.


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