दिल्ली के सराय काले खां में तनाव बरकरार, ज्वॉइंट कमिश्नर-डीसीपी ने पीड़ित परिवार से की मुलाकात
पीड़ित परिवार का कहना है कि लड़की के परिजनों के जरिए न केवल उनके घर पर बल्कि पूरे मोहल्ले पर हमला करवाया गया और गली में खड़े वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया.
नई दिल्ली: दिल्ली के सराय काले खां की वाल्मीकि बस्ती में तनाव का माहौल बरकरार है. गली में पुलिस और अर्धसैनिक बलों का पहरा है. कारण है वाल्मीकि समाज के एक युवक सुमित का दूसरे धर्म की लड़की के साथ शादी कर लेना. इसके बाद लड़की के परिजनों के जरिए लड़के के घर और आस पड़ोस के लोगों के घरों पर हमला कर दिया गया.
वहीं आज साउथर्न रेंज के ज्वॉइंट कमिश्नर पुलिस शुभाशीष चौधरी, साउथ ईस्ट जिले के डीसीपी आरपी मीणा, डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर और अन्य वरिष्ठ अधिकारी पीड़ित परिवार से आकर घर पर मिले हैं और उन्हें आश्वासन दिया कि उन्हें पूर्ण रूप से सुरक्षा दी जाएगी.
वहीं पीड़ित परिवार का कहना है कि लड़की के परिजनों के जरिए न केवल उनके घर पर बल्कि पूरे मोहल्ले पर हमला करवाया गया और गली में खड़े वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया. इस मामले में जो सीसीटीवी फुटेज है, उसमें 20 आरोपी नजर आ रहे हैं, लेकिन पुलिस ने अभी तक केवल 5 ही लोगों को गिरफ्तार किया है.
पांच लोगों को किया गिरफ्तार
सुमित के पिता का कहना है कि आज उनके घर पर ज्वॉइंट कमिश्नर पुलिस, डीसीपी, डीसी साहब आकर मिले हैं. उन्होंने हमें बताया कि इस मामले में अभी तक 5 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, बाकियों की तलाश की जा रही है. साथ ही आश्वासन भी दिया है कि आप लोगों को सुरक्षा को लेकर चिंता करने की जरूरत नहीं है. पुलिस आपकी सुरक्षा में मुस्तैद है और आने वाले समय में भी आपके साथ कुछ गलत नहीं होने देंगे. हमने पुलिस को बताया कि हमलावर 20 थे, जिनमें से 17 की पहचान हमारी बहु ने की है.
सुमित की मां का कहना है कि पुलिस के अधिकारी हमसे मिले. उन्होंने हमें आश्वासन तो दिया, लेकिन हम लोगों का और हमारे पड़ोस में रहने वाले लोगों का जो नुकसान हुआ है, उसको लेकर हम सभी परेशान हैं. हमलावरों ने गली में खड़े सभी वाहनों में तोड़फोड़ की. अगर उस समय कोई व्यक्ति उन्हें बाहर मिल जाता तो वे लोग निश्चित तौर पर उसकी हत्या कर देते. हम लोग भी घर पर नहीं थे, इसलिए बच गए. अभी हमारे मन में इस बात को लेकर डर है कि वे लोग हम पर हमला न कर दें.
उन्होंने कहा कि हमारे बेटे बहु को जान का खतरा है. यह सभी बातें हमने पुलिस अधिकारियों से कही हैं. जिसके बाद उन्होंने हमें आश्वासन दिया है और हमसे कहा है कि आप लोगों की तरफ से किसी प्रकार की कोई हिंसा नहीं होनी चाहिए. आप लोग शांति और धैर्य बनाए रखें. इसके अलावा अनुसूचित आयोग के सदस्य भी आज पीड़ित परिवार से मिले, साथ ही पुलिस अधिकारियों से भी इस विषय में बात की और पुलिस से इस मामले में एससी/एसटी एक्ट के तहत कानूनी कार्रवाई करने के लिए भी कहा है.
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